रविवार, २६ जानेवारी, २०१४

भुली हुई यादों...




भुली हुई यादों, मुझे इतना ना, सतावो
अब चैन से, रहने दो, मेरे, पास ना, आवो
भुली हुई यादों...

दामन में लिये, बैठा हूँ, टूटे हुवे, तारे, टूटे हुवे, तारे
कब तक, मैं जियूँगा यूँही, खाबों के, सहारे, खाबों के सहारे
दिवाना हूँ , अब और ना, दिवाना बनावो
अब चैन से, रहने दो, मेरे, पास ना, आवो
भुली हुई यादों...

लूटो ना मुझे, इस तरह, दो राहे पे ला के, दो राहे पे ला के
आवाज ना दो, एक नयी, राह दिखा के, नयी राह दिखा के
सँभला हूँ मैं, गिर गिरके मुझे, फिर ना गिरावो
अब चैन से रहने दो, मेरे, पास ना, आवो
भुली हुई यादों, मुझे इतना ना, सतावो
अब चैन से रहने दो, मेरे, पास ना, आवो
भुली हुई यादों...

गीतकार: राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार: मदन मोहन
गायक: मुकेश
चित्रपट: संजोग

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