शनिवार, २५ जानेवारी, २०१४

जिंदा हूँ इस तरह....



 
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए-जिंदगी नही
जलता हुआ दिया हूँ मगर रोशनी नही
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए...

वो मुद्दते हुई है किसी से जुदा हुये
लेकिन ये दिलकी आग अभी तक बुझी नही
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए...

आने को आ चुका था किनारा भी सामने
खुद उसके पास भी मेरी नैया गई नही
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए...
 
होटो के पास आये हँसी, क्या मजाल है
दिलका मुआमला है कोई दिल्लगी नही
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए...

ये चॉंद ये हवा ये फजा सब है मांद मांद
जब तू नही तो इन में कोई दिलकशी नही
जिंदा हूँ इस तरह के गम-ए...

गीतकार: बेहजाद लखनवी
संगीतकार: राम गांगुली
गायक: मुकेश
चित्रपट: आग

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