गुरुवार, २७ जून, २०१३

दुनियाँ ना भाये..




दुनिया ना भाये मोहे अब तो बुला ले
चरनों में, चरनों में तेरे,
चरनों में, चरनों में

मेरे गीत मेरे संग सहारे
कोई न मेरा संसार में
दिल के ये टुकड़े कैसे बेच दूँ
दुनिया के बाज़ार में
मन के ये मोती रखियो तू सम्भाले
चरनों में, चरनों में तेरे,
चरनों में, चरनों में

सात सुरों के सातों सागर
मन की उमंगों से जागे
तू ही बता मैं कैसे गाऊँ
बहरी दुनिया के आगे
तेरी ये बीना अब तेरे हवाले
चरनों में, चरनों में तेरे,
चरनों में, चरनों में

मैंने तुझे कोई सुख ना दिया
तूने दया लुटाई दोनों हाथों से
तेरे प्यार की याद जो आये
दर्द छलक जाए आँखों से
जीना नहीं आया मोहे अब तो छुपा ले
चरनों में, चरनों में तेरे,
चरनों में, चरनों में

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट : वसंतबहार

बुधवार, २६ जून, २०१३

कभी खुद पे, कभी हालात पे रोना आया...



कभी खुद पे, कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया

हम तो समजे थे के हम भूल गए हैं उनको
क्या हुवा आज ये किस बात पे रोना आया

किस लिए जीते हैं हम किस के लिए जीते हैं
बारहा ऐसे सवालात पे रोना आया

कौन रोता हैं किसी और की खातिर ऐ दोस्त
सबको अपने ही किसी बात पे रोना आया

गीतकार : साहिर लुधियानवी
संगीतकार : जयदेव
गायक : मोहम्मद रफी
चित्रपट : हम दोनो

शुक्रवार, २१ जून, २०१३

दिन ढल जाए...





दिन ढल जाये, हाय रात ना जाये
तू तो ना आये, तेरी याद सताये

प्यार में जिनके सब जग छोड़ा, और हुए बदनाम
उनके ही हाथो हाल हुआ ये, बैठे हैं दिल को थाम
अपने कभी थे, अब हैं पराये

ऐसी ही रिमझीम, ऐसी फुहारे, ऐसी ही थी बरसात
खुद से जुदा और जग से पराये, हम दोनों थे साथ
फिर से वो सावन अब क्यों ना आये?

दिल के मेरे पास हो इतने, फिर भी हो कितनी दूर
तुम मुझसे,मैं दिल से परेशां, दोनों हैं मजबूर
ऐसे में किस को कौन मनाये?

गीतकार : शैलेन्द्र,
संगीतकार : सचिनदेव बर्मन,
गायक : मोहम्मद रफी
चित्रपट : गाईड 

गुरुवार, २० जून, २०१३

हेऽऽऽ नीले गगन के तले...




हेऽऽऽ नीले गगन के तले
धरतीका प्यार पले - २
ऐसे ही जग में आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले
हेऽऽऽ नीले गगन के तले
धरतीका प्यार पले

शबनम के मोती फुलों पे बिखरे
दोनो की आस फले
हेऽऽऽ नीले गगन के तले धरतीका प्यार पले

बलखाती बेलें मस्ती में खेलें
पेडों से मिल के गले
हेऽऽऽ नीले गगन के तले
धरतीका प्यार पले

नदिया का पानी दरिया से मिलके
सागर की ओर चले
हेऽऽऽ नीले गगन के तले
धरतीका प्यार पले
ऐसे ही जग में आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले
हेऽऽऽ नीले गगन के तले
धरतीका प्यार पले

गीतकार: साहिर लुधियानवी
संगीतकार: रवि
गायक: महेंद्र कपूर
चित्रपट: हमराज

तुम बिन जाऊं कहां...

हे गीत मोहम्म्द रफी आणि किशोर कुमार ह्या दोघांच्याही आवाजात..वेगवगेळ्या शैलीत आणि वेगळी कडवी घेऊन ध्वनीमुद्रित केलं गेलंय..तस्मात  हे गीत रफीसाहेबांच्या शैलीतलं आहे...किशोरदांच्या शैलीतही लवकरच येईल.






तुम बिन जाऊं कहां
तुम बिन जाऊं कहां के दुनिया में आके
कुछ ना फिर चाहा सनम तुमको चाह के
तुम बिन....२

देखो मुझे सर से कदम तक सिर्फ प्यार हूं मैं
गले से लगालो के तुम्हारा बेकरार हूं मैं
तुम क्या जानो के भटकता फिरा
किस किस गली, तुमको चाह के,
तुम बिन जाऊं कहां
तुम बिन जाऊं कहां के दुनिया में आके
कुछ ना फिर चाहा सनम तुमको चाह के
तुम बिन

अब है सनम हर मौसम प्यार के काबिल
पडी जहां छाओं हमारी सज गयी महफिल
महफिल क्या तनहाई में भी
लगता है जी तुमको चाह के,
तुम बिन जाऊं कहां
तुम बिन जाऊं कहां के दुनिया में आके
कुछ ना फिर चाहा सनम तुमको चाह के
तुम बिन

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: आर डी बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट:  प्यार का मौसम

आंसू भरी हैं ये जीवन की राहें...





आंसू भरी हैं ये जीवन की राहें
कोई उनसे कह दे हमें भूल जायें

वादे भूला दे कसम तोड दे वो (२)
हालत पे अपनी हमें छोड दे वो
ऐसे जहां से क्यूं हम दिल लगाये
कोई उनसे कह दे हमें भूल जायें
आंसू भरी है....

बरबादीयों की अजब दास्तां हूं (२)
शबनम भी रोए मैं वो आसमां हूं
उन्हे घर मुबारक हमें अपनी आंहें
कोई उनसे कह दे हमें भूल जायें
आंसू भरी हैं ये जीवन की राहें
कोई उनसे कह दे हमें भूल जायें
आंसू भरी है....

गीतकार:हसरत जयपूरी
संगीतकार:एन दत्ता
गायक: मुकेश
चित्रपट:परवरीश

बुधवार, १९ जून, २०१३

बहोत शुक्रिया बडी मेहरबानी




बहोत शुक्रिया बडी मेहरबानी
मेरी जिंदगीमे हुजूर आप आये
कदम चूम लू या, के ऑंखे बिछा दू
करूं क्या ये मेरी समज मे ना आये
बहोत शुक्रिया...

करूं पेश तुमको
नजराना  दिल का (२)...२
के बन जाये कोई अफसाना दिल का
खुदा जाने ऐसी, सुहानी घडी फिर (२)
मेरी जिंदगी मे पलट के न आये
बहोत शुक्रिया बडी मेहरबानी
मेरी जिंदगीमे हुजूर आप आये
बहोत शुक्रिया

खुशी तो बहोत है
मगर ये भी गम है (२)
के ये साथ अपना कदम दो कदम है
मगर ये मुसाफिर दुवा मांगता है (२)
खुदा आपसे फिर किसी दिन मिलाये
बहोत शुक्रिया बडी मेहरबानी
मेरी जिंदगीमे हुजूर आप आये
बहोत शुक्रिया


मुझे डर है मुझ मे
गुरूर आ ना जाये
लगू झुमने मैं
सुरूर आ ना जाये(२)
कही दिल ना मेरा,ये तारीफ सून कर (२)
तुम्हारा बने और मुझे भूल जाये
बहोत शुक्रिया बडी मेहरबानी
मेरी जिंदगीमे हुजूर आप आये
कदम चूम लू या, के ऑंखे बिछा दू
करूं क्या ये मेरी समज मे ना आये
बहोत शुक्रिया

गीतकार : एस. एच. बिहारी
संगीतकार: ओ पी नय्यर
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,आशा भोसले
चित्रपट: एक मुसाफिर,एक हसीना

मांग के साथ तुम्हारा..



 माँग के साथ तुम्हारा मैंने, मांग लिया संसार - २
 माँग के साथ तुम्हारा मैंने, मांग लिया संसार
 माँग के साथ तुम्हारा

 ओ ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ आ
 दिल कहे दिलदार मिला, हम कहें हमें प्यार मिला -२
 प्यार मिला हमें यार मिला, एक नया संसार मिला - २
 आ आ आ आ आ आ आ  आस मिली अरमान मिला
 ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ  जीने का सामान मिला
 मिल गया एक सहारा, हा हा हा
 माँग के साथ तुम्हारा ...

 ओ ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ आ
 दिल जवां और रुत हंसीं, चल यूँही चल दें कहीं - २
 तू चाहे ले चल कहीं, तुझ पे है मुझको यकीं - २
 ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ जान भी तू है दिल भी तू ही
 आ आ आ आ आ आ आ राह भी तू मंज़िल भी तू ही
 और तू ही आस का तारा, हा हा हा
 माँग के साथ तुम्हारा ...

गीतकार: साहिर लुधियानवी
संगीतकार: ओ पी नय्यर
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,आशा भोसले
चित्रपट: नया दौर

चली चली रे पतंग....




चली चली रे पतंग मेरी चली रे  (२)
चली बादलोंके पार हो के डोर पे सवार
सारी दुनिया ये देख देख जली रे, 
चली चली रे पतंग मेरी चली रे

यूं मस्त हवा में लहराये, जैसे उडन खटोला उडा जाये(२)
लेके मन में लगन जैसे कोई दुल्हन
चली जाये रे सांवरिया की गली रे
चली चली रे पतंग मेरी चली रे  (२)
चली बादलोंके पार हो के डोर पे सवार
सारी दुनिया ये देख देख जली रे, 
चली चली रे पतंग मेरी चली रे

रंग मेरी पतंग का धानी, है ये नील गगन की रानी (२)
बांकी बांकी है उठान है उमर भी जवान
लागे पतली कमर बडी भली रे
चली चली रे पतंग मेरी चली रे  (२)
चली बादलोंके पार हो के डोर पे सवार
सारी दुनिया ये देख देख जली रे, 
चली चली रे पतंग मेरी चली रे

छुना मत देख अकेली, है साथ मे डोर सहेली (२)
है ये बिजली की धार बडी तेज है कटार
देगी काट के रख दिलजली रे
चली चली रे पतंग मेरी चली रे  (२)
चली बादलोंके पार हो के डोर पे सवार
सारी दुनिया ये देख देख जली रे, 
चली चली रे पतंग मेरी चली रे

गीतकार:राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार: चित्रगुप्त
गायक: मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर
चित्रपट: भाभी 

मंगळवार, १८ जून, २०१३

अब क्या मिसाल दूँ...



अब क्या मिसाल दूँ
मैं तुम्हारे शवाब की
इन्सान बन गयी हे किरन
माहताब की
अब क्या मिसाल दूँ..

चेहरे मे घुल गया है
हसीं चॉंदनी का नूर
ऑंखों में है चमन की
जवॉं रात का सुरूर
गर्दन है इक झुकी हुई
डाली, डाली गुलाब की
अब क्या मिसाल दूँ
मैं तुम्हारे शवाब की
अब क्या मिसाल दूँ

गेसूं खुले तो शाम के
दिल से धुऑं उठे
छू ले कदम तो झुकके
ना फिर आसमां उठे
सौ बार  झिलमिलाये
शमां, शमां आफताब की
अब क्या मिसाल दूँ

दीवार-ओ- दर का रँग ये
ऑंचल ये  पैरहन
घर का मेरे चराग है
बूटा सा ये बदन
तस्वीर हो तुम्हीं मेरे
जन्नत के, जन्नत के ख्वाब की
अब क्या मिसाल दूँ
मैं तुम्हारे शवाब की
इन्सान बन गयी हे किरन
माहताब की
अब क्या मिसाल दूँ..


गीतकार: मजरूह सूलतापुरी
संगीतकार: रोशन
गायक मोहम्मद रफी
चित्रपट: आरती

हमने अपना सब कुछ खोया...




हमने अपना सब कुछ खोया, प्यार तेरा पाने को
छोड दिया क्यो प्यार ने तेरे, दर दर भटकानेको

वो ऑंसू जो, बह नही पाये
वो बातें जो, कह नही पाये
दिल में छुपाये फिरते हैं हम घुटकर मर जाने को


उस की रहे तू, जिस की हो ली
तुझ को मुबारक, प्यार की डोली
बैठ गये हम गम की चिता पर, जिंदा जल जाने को

गीतकार: इंदीवर
संगीतकार: कल्याणजी आनंदजी
गायक: मुकेश
चित्रपट: सरस्वतीचंद्र

सोमवार, १७ जून, २०१३

रूपास भाळलो मी...




रूपास भाळलो मी, भुललो तुझ्या गुणाला
रूपास भाळलो मी, भुललो तुझ्या गुणाला
मज वेड लाविले तू, सांगू नको कुणाला !
रूपास भाळलो मी...

एकांत पाहुनीया जे तू मला म्हणाला,
ऐकून लाजले मी सांगू नको कुणाला !
रूपास भाळले मी....

हे गोड रूप ऐसे निरखीन मी दुरून (२)
पाण्या, अशीच ठेवी छाया उरी धरून
धरलेस जे उरी ते सांगू नको कुणाला !
रूपास भाळलो मी...

हा लाजरा शहारा पाहील काय कोणी ? (२)
करतील का चहाडी हे लाल गाल दोन्ही ?
गालांत रंगले जे सांगू नको कुणाला !
रूपास भाळले मी, भुलले तुझ्या गुणाला
मज वेड लाविले तू, सांगू नको कुणाला !
रूपास भाळले मी
रूपास भाळलो मी

गीतकार: डॉ. वसंत अवसरे(शांता शेळके)
संगीतकार: वसंत पवार
गायक-गायिका: सुधीर फडके, आशा भोसले
चित्रपट: अवघाचि संसार












शुक्रवार, १४ जून, २०१३

सुहानी रात ढल चुकी...




सुहानी रात ढल चुकी,
ना जाने तुम कब आवोगे
जहॉं की रूत बदल चुकी,
ना जाने तुम कब आवोगे

नजारे अपनी मस्तियॉं,
दिखा दिखाके सो गये
सितारे अपनी रोशनी,
लुटा लुटाके सो गये
हर एक शम्मा जल चुकी
ना जाने तुम कब आवोगे

तडप रहें हैं हम यहॉं (२)
तुम्हारे इन्तजार में (२)
खिजा का रंग आ चला है
मौसम-ए-बहार में (२)
हवा भी रुख बदल चुकी
ना जाने तुम कब आवोगे 

सुहानी रात ढल चुकी,
ना जाने तुम कब आवोगे
जहॉं की रूत बदल चुकी,
ना जाने तुम कब आवोगे

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: दुलारी

गुरुवार, १३ जून, २०१३

जाऊं कहॉं बता ऐ दिल....


जाऊं कहॉं बता ऐ दिल
दुनिया बडी है संगदिल
चॉंदनी आयी घर जलाने
सुझे ना कोई मंजिल 
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल
दुनिया बडी है संगदिल
चांदनी आयी घर जलाने
सुझे ना कोई मंजिल 
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल

बन के टूटे यहॉं आरझू के महल
ये जमीं आसमां भी गये हैं बदल
कहती है जिंदगी इस जहॉं से निकल - २
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल
दुनिया बडी है संगदिल
चांदनी आयी घर जलाने
सुझे ना कोई मंजिल 
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल

हाय इस पार तो ऑंसुओं की डगर
जाने उस पार क्या हो किसे है खबर
ठोकरें खा रही हर कदम पर नजर - २
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल
दुनिया बडी है संगदिल
चांदनी आयी घर जलाने
सुझे ना कोई मंजिल 
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल
दुनिया बडी है संगदिल
चांदनी आयी घर जलाने
सुझे ना कोई मंजिल 
जाऊं कहॉं बता ऐ दिल

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: छोटी बहेन

खोया खोया चॉंद





ओ हो हो  खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

मस्ती भरी हवा जो चली - २
खिल खिल गयी ये दिल की कली
मन की गली में है खलबली
के उनको तो बुलाओ
ओ हो हो  खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

तारे चले, नजारे चले - २
संग संग मेरे वो सारे चले
चारों तरफ इशारे चले
किसी के तो हो जाओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ

ऐसी ही रात, भीगी सी रात - २
हातों मे हात होते वो साथ
कह लेते उनसे  दिल की ये बात
अब तो ना सताओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

हम मिट चले है जिनके लिये - २
बिन कुछ कहे वो चूप चूप रहे
कोई जरा ये उनसे कहे
ना ऐसे आजमाओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद - ६

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: एस. डी. बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: काला बझार

मंगळवार, ११ जून, २०१३

जिंदगी के सफर में गुजर जाते है जो मकाम...




जिंदगी के सफर में गुजर जाते है जो मकाम
वो फिर नही आते...वो फिर नही आते.....   -२

फूल खिलते है, लोग मिलते है   -२ मगर
पतझड में जो फूल मुरझा जाते है
वो बहारों के आनेसे खिलते नही
कुछ लोग इक रोज जो बिछड जाते हैं
वो हजारों के आने से मिलते नही
उम्र भर चाहे कोई पुकारा करे उनका नाम
वो फिर.......

ऑंख धोखा है, क्या भरोसा है -२ सुनो
दोस्तोंशक दोस्ती का दुश्मन है
अपने दिल में इसे घर बनाने ना दो
कल तडपना पडे याद मे जिनके
रोक लो रूठकर उनको जाने ना दो
बाद में प्यार के चाहे भेजो हजारों सलाम
वो फिर....

सुबह आती है, रात जाती है -२ युँ ही
वक्त चलता ही रहता है रूकता नही
एक पल में ये आगे निकल जाता है
आदमी ठीक से देख पाता नही
और परदे पे मँजर बदल जाता है
एक बार चले जाते है जो दिन-रात सुबह-शाम
वो फिर नही आते....

गीतकार: आनंद बक्षी
संगीतकार: आर डी बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: आपकी कसम

रविवार, ९ जून, २०१३

जलते हैं जिसके लिये...




जलते हैं जिसके लिये
तेरी आंखोंके के दिये
ढुंढ लाया हूं वोही
गीत मैं तेरे लिये

दिलमें रख लेना इसे हातोंसे ये छुटेना कहीं
गीत नाजूक है मेरा शीशेसे भी टुटेना कहीं
गुनगुनाऊंगा यही गीत मैं तेरे लिये
जलते है जिसके लिये

जब तलक ना ये तेरे रसके भरे होटोंसे मिले
युंही आवारा फिरेगा ये तेरी जुल्फोंके तले
गाये जाऊंगा यही गीत मैं तेरे लिये
जलते हैं जिसके लिये

गीतकार: मजरूह सुलतानपुरी
संगीतकार: एस.डी.बर्मन
गायक: तलत मेहमूद
चित्रपट: सुजाता

शुक्रवार, ७ जून, २०१३

ये क्या हुवा





ये क्या हुवा, कैसे हुआ, कब हुवा,
अब क्या सुनाये

ये क्या हुवा, कैसे हुवा, कब हुवा,
क्यू हुवा, जब हुवा, तब हुवा
ओ छोडो ये ना सोचो
हूऽऽऽ ये क्या हुवा, कैसे हुवा, कब हुवा,
क्यू हुवा, जब हुवा, तब हुवा
ओ छोडो ये ना सोचो
हूऽऽऽ ये क्या हुवा

हम क्यू, शिकवा करे झुटा,
क्या हुआ जो दिल टुटा
हम क्यू, शिकवा करे झुटा,
क्या हुआ जो दिल टुटा
शिशे का खिलोना था,
कुछ ना कुछ होना था, हुवा
ये क्या हुवा, कैसे हुवा, कब हुवा,
क्यू हुवा, जब हुवा, तब हुवा
ओ छोडो ये ना सोचो
हूऽऽऽ ये क्या हुवा

हमने जो, देखा था सुना था,
क्या बताये वो क्या था
हमने जो, देखा था सुना था,
क्या बताये वो क्या था
सपना सलोना था
खतम तो होना था , हुवा
ये क्या हुवा, कैसे हुवा, कब हुवा,
क्यू हुवा, जब हुवा, तब हुवा
ओ छोडो ये ना सोचो
हूऽऽऽ ये क्या हुवा

ऐ दिल, चल पिकर झुमे
इन्ही गलियों मे घुमे
ऐ दिल, चल पिकर झुमे
इन्ही गलियों मे घुमे
यहा तुझे खोना था बदनाम होना था, हुवा
ये क्या हुवा, कैसे हुवा, कब हुवा,
क्यू हुवा, जब हुवा, तब हुवा
ओ छोडो ये ना सोचो
हूऽऽऽ ये क्या हुवा

गीतकार: आनंद बक्षी
संगीतकार: आर डी बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: अमर प्रेम

रविवार, २ जून, २०१३

पहिलीच भेट झाली




पहिलीच भेट झाली पण ओढ ही युगांची
जादू अशी घडे ही या दोन लोचनांची

पहिलीच भेट झाली, जडली अपूर्व बाधा
स्वप्‍नात गुंग झाली जागेपणात राधा
माझी न रहिले मी, किमया अशी कुणाची ?

डोळे मिटून घेता दिसतेस तू समोर
फुलवून पंख स्वप्‍नी अन्‌ नाचतात मोर
झाली फुले सुगंधी माझ्याही भावनांची

लाजून वाजती या अंगातुनी सतारी
ऐश्वर्य घेउनी हे ये दैव आज दारी
मी लागले बघाया स्वप्‍ने ही मीलनाची

वार्‍यात ऐकतो मी आता तुझीच गाणी
तार्‍यांत वाचतो अन्‌ या प्रीतिची कहाणी
पहिलीच भेट झाली, पण ओढ ही युगांची
जादू अशी घडे ही या दोन लोचनांची

गीतकार - मंगेश पाडगावकर
संगीतकार- श्रीनिवास खळे
गायक-गायिका - अरुण दाते, सुमन कल्याणपूर

शनिवार, १ जून, २०१३

अमानूष बना के छोडा





दिल ऐसा किसीने मेरा तोडा
बरबादी की तरफ ऐसा मोडा
एक भले मानूष को
अमानूष बना के छोडा

सागर कितना मेरे पास है
मेरे जीवन में फिर भी प्यास है
है प्यास बडी जीवन थोडा
अमानूष बनाके छोडा
दिल ऐसा किसीने मेरा तोडा
बरबादी की तरफ ऐसा मोडा

केहते है ये दुनिया के रास्ते
कोई मंजिल नही तेरे वास्ते
नाकामियों से नाता मेरा जोडा
अमानूष बनाके छोडा
दिल ऐसा किसीने मेरा तोडा
बरबादी की तरफ ऐसा मोडा

डूबा सूरज फिर से निकले
रहेता नही है अन्धेरा
मेरा सूरज ऐसा रूठा
देखा ना मैने सवेरा
उजालों ने साथ मेरा छोडा
अमानूष बनाके छोडा
दिल ऐसा किसीने मेरा तोडा
बरबादी की तरफ ऐसा मोडा
एक भले मानूष को
अमानूष बना के छोडा
दिल ऐसा किसीने मेरा तोडा
बरबादी की तरफ ऐसा मोडा

गीतकार: इंदीवर
संगीतकार: श्यामल मित्रा
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: