गुरुवार, ३१ मे, २०१२

अभी ना जाओ छोड़ कर





 अभी ना जाओ छोड़ कर के दिल अभी भरा नहीं - (२)
अभी अभी तो आई हो - अभी अभी तो
अभी अभी तो आई हो, बहार बनके छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले, नज़र ज़रा बहक तो ले
(ये शाम ढल तो ले ज़रा - २), ये दिल सम्भल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ, नशे के घूँट पी तो लूँ
नशे के घूँट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहाँ नहीं, अभी तो कुछ सुना नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर के दिल अभी भरा नहीं

 सितारे झिलमिला उठे, सितारे झिलमिला उठे, चराग़ जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना
बस अब न मुझको टोकना, न बढ़के राह रोकना
अगर मैं रुक गई अभी तो जा न पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा के दिल अभी नहीं भरा
जो खत्म हो किसी जगह ये ऐसा सिलसिला नहीं
 अभी नहीं अभी नहीं
 नहीं नहीं नहीं नहीं
 अभी ना जाओ छोड़कर के दिल अभी भरा नहीं

 अधूरी आस, अधूरी आस छोड़के, अधूरी प्यास छोड़के
जो रोज़ यूँही जाओगी तो किस तरह निभाओगी
कि ज़िंदगी की राह में, जवाँ दिलों की चाह में
कई मक़ाम आएंगे जो हम को आज़माएंगे
बुरा ना मानो बात का ये प्यार है गिला नहीं
 हाँ, यही कहोगे तुम सदा के दिल अभी  भरा नहीं
 हाँ, दिल अभी भरा नहीं
 नहीं नहीं नहीं नहीं

गीतकार: साहिर लुधियानवी
संगीतकार: जयदेव
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,आशा भोसले
चित्रपट: हम दोनो

बुधवार, ३० मे, २०१२

दिवस तुझे हे फुलायचे...




दिवस तुझे हे फुलायचे
झोपाळ्यावाचून झुलायचे

स्वप्नात गुंगत जाणे,
वाटेत भेटते गाणे
गाण्यात हृदय झुरायचे

मोजावी नभाची खोली, 
घालावी शपथ ओली
श्वासात चांदणे भरायचे

थरारे कोवळी तार, 
सोसेना सुरांचा भार
फुलांनी जखमी करायचे

माझ्या या घराच्या पाशी, 
थांब तू गडे जराशी
पापण्या मिटून भुलायचे


गीतकार: मंगेश पाडगावकर
संगीतकार: यशवंत देव 
गायक: अरूण दाते

सोमवार, २८ मे, २०१२

हम बेखुदीमें तुमको पुकारे...





हम बेखुदीमें तुमको पुकारे चले गये
हम...
हम बेखुदीमें तुमको पुकारे चले गये
सागरमें जिंदगीको उतारे चले गये
हम...

देखा की ये तुम्हे हम,बनके दीवाना
उतरा जो नशा तो हमने ये जाना
साऽऽरे वो जिंदगीके सहारे चले गये
हम बेखुदीमें तुमको पुकारे चले गये
हम..

तुम तो ना कहो हम खुदहीसे खेले
डूबे नहीं हमी यूं नशेमें अकेले
शीऽऽशेमें आपको भी उतारे चले गये
हम बेखुदीमें तुमको पुकारे चले गये
सागरमें जिंदगीको उतारे चले गये
हम...

गीतकार: मजरूह सुलतानपुरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट : काला पानी


शुक्रवार, २५ मे, २०१२

बार बार देखो,हजार बार देखो...



बार बार देखो,हजार बार देखो
के देखनेकी चीज है हमारा दिलरुबा
ताली हो...

हांजी हां और भी होंगे दिलदार यहां
लाखों दिलोंकी बहार यहां
पर ये बात कहां
ये बेमिसाल-हुस्न-लाजवाब-ये अदा
ताली हो...

दिल मिला,एक जान-ए-मेहफिल मिला
यार जिराग-ए-मंझिल मिला
ये ना पुछो के कहां
नया-नया-ये-आशिकीका राज-है-मेरा
ताली हो....

बल्ले बल्ले, उठके मिस्टर क्यूं चले
प्यारपे मेरे कहूं क्यूं जले
बैठभी जावो मेहेरबान
दुवा-करो-मिले-तुम्हे-भी-ऐसा-दिलरूबा
ताली हो....

गीतकार: मजरूह सुलतानपुरी
संगीतकार: रवी
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: चायना टाऊन

गुरुवार, २४ मे, २०१२

माना जनाब ने पुकारा नहीं...



माना जनाब ने पुकारा नहीं
क्या मेरा साथ भी गॅंवारा नहीं
मुफ्तमें बनके चल दिये तनके
वल्लाह जवाब तुम्हारा नही
माना जनाबने....


यारोंका चलन है गुलामी
देते है हसींनोको सलामी
गुस्सा ना कीजिये जाने भी दीजिये
बंदगी तो बंदगी तो लीजिये साहब
माना जनाबने...

माशा अल्लाह कहना तो माना
बन गया बिगडा जमाना
तुमको हॅंसा दिया प्यार सिखा दिया
शुक्रिया तो शुक्रिया तो कीजिये साहब
माना जनाबने...

गीतकार: मजरूह सुलतानपुरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक : किशोर कुमार
चित्रपट: पेईंग गेस्ट

बुधवार, २३ मे, २०१२

प्रिया आज माझी नसे साथ द्याया...


प्रिया आज माझी नसे साथ द्याया,
नको धुंद वारे, नको चांदण्या या!

नको पारिजाता धरा भुषवू ही,
पदांची तिच्या आज चाहूल नाही,
प्रियेविण आरास जाईल वाया !

फुले सान झेलू तरी भार होतो,
पुढे वाट साधी तरी तोल जातो
कुणाला कळाव्या मनाच्या व्यथा या !

न शांती जीवाला न प्राणास धीर,
कसा आज कंठात येईल सूर,
उरी वेदना मात्र जागेल गाया!

अता आठवीता तशा चांद राती,
उरे मौक्तिकाविण शिंपाच हाती,
उशाला उभी ती जुनी स्वप्नामाया

गीतकार: यशवंत देव
संगीतकार: प्रभाकर जोग
गायक: सुधीर फडके

मंगळवार, २२ मे, २०१२

बदनपे सितारे लपेटे हुये...



बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये


हमीं जब ना होंगे तो ऐ दिलरुबा
किसे देखकर हाये शरमाओगी
ना देखोगी फिर तुम कभी आईना
हमारे बिना रोज घबराओगी
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये

है बनने संवरनेका जबही मजा
कोई देखनेवाला आशिक तो हो
नही तो ये जलवे है बुझते दिये
कोई मिटनेवाला एक आशिक तो हो
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये

मोहब्बतकी ये इन्तहा हो गयी
की मस्तीमें तुमको खुदा कह गया
जमाना ये इन्साफ करता रहा
बुरा कह गया या भला कह गया
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये


गीतकार: हसरत जयपुरी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट : प्रिन्स

सोमवार, २१ मे, २०१२

दोस्त दोस्त ना रहा...




दोस्त दोस्त ना रहा प्यार प्यार ना रहा
जिंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा
ऐतबार ना रहा

अमानतें मैं प्यार की, गया था जिसको सौंपकर
वो मेरे दोस्त तुम ही तो थे, तुम ही तो थे

जो जिंदगी की राहमें, बने थे मेरे हमसफर
वो मेरे दोस्त तुम ही तो थे, तुम ही  तो थे

सारे भेद खूल गये, राजदार ना रहा
जिंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा
ऐतबार ना रहा

गले लगी सेहम सेहम, भरे गले से बोलती
वो तुम न थी तो कौन था तुम ही तो थी

सफरके वक्तमें पलक, पे मोतियों को तोलती
वो तुम न थी तो कौन था, तुम ही तो थी

नशेकी रात ढल गयी, अब खुमार ना रहा
जिंदगी हमें तेरा ऐतबार ना रहा
ऐतबार ना रहा

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार:शंकर जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: संगम

शनिवार, १९ मे, २०१२

कौन आया मेरे मनके द्वारे...




कौन आया मेरे मनके द्वारे
पायल की झनकार लिये
कौन आया

ऑंख ना जाने दिल पहचाने
सुरतीयॉं कुछ ऐसी
याद करूं तो याद ना आये
मुरतीयॉं ये ऐसी
पागल मनवा सोचमें डूबा
सपनोंका संसार लिये
कौन आया

इक पल सोचूं मेरी आशा
रूप बदलकर आई
दूजे पल फिर ध्यान ये आये
हो ना कही परछाई
जो परदेसी के घर आई
एक अनोखा प्यार लिये
कौन आया


गीतकार:राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार:मदन मोहन
गायक: मन्ना डे
चित्रपट: देख कबीरा रोया

एहसान तेरा होगा मुझ पर..





एहसान तेरा होगा मुझपर
दिल चाहता है वो कहने दो
मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है
मुझे पलको की छॉंव में रेहने दो

तुम ने मुझको हसना सिखाया
रोने कहोगे रो लेंगे अब 
ऑंसू का हमारे गम ना करो
वो बेहते है तो बेहने दो
मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है
मुझे पलको की छॉंवमें रेहने दो


चाहे बना दो चाहे मिटा दो
मर भी गये तो देंगे दुवायें
उड उड के कहेगी खाक सनम
ये दर्द-ए-मोहब्बत सेहने दो 
मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है
मुझे पलको की छॉंव में रेहने दो



गीतकार:हसरत जयपुरी
संगीतकार:शंकर जयकिशन
गायक-गायिका: मोहम्मद  रफी, लता मंगेशकर
चित्रपट: जंगली

प्रथम तुला वंदितो....




प्रथम तुला वंदितो कृपाळा, गजानना, गणराया

विघ्नविनाशक , गुणिजन पालक, दुरीत तिमीर हारका
सुखकारक तू, दुःख विदारक, तूच तुझ्या सारखा
वक्रतुंड ब्रम्हांड नायका, विनायका प्रभूराया

सिद्धी विनायक, तूच अनंता, शिवात्मजा मंगला
सिंदूर वदना, विद्याधीशा, गणाधीपा वत्सला
तूच ईश्वरा साह्य करावे, हा भव सिंधू तराया

गजवदना तव रूप मनोहर, शुक्लांबर शिवसूता
चिंतामणी तू अष्टविनायक, सकलांची देवता
रिद्धी सिद्धीच्या वरा, दयाळा, देई कृपेची छाया

गीतकार: शांताराम नांदगांवकर
संगीतकार: अनिल-अरूण
गायक-गायिका: पंडित वसंतराव देशपांडे, अनुराधा पौडवाल
चित्रपट: अष्टविनायक


गुरुवार, १७ मे, २०१२

मनाच्या धुंदीत लहरीत ये ना...




मनाच्या धुंदीत लहरीत ये ना
सखे गं साजणी ये ना
जराशी सोडून जनरीत ये ना
सखे गं साजणी ये ना

चांदणं रुपाचं आलय भरा
मुखडा तुझा हा अती साजरा
माझ्या शिवारी ये तू जरा
चारा घालीन तुज पाखरा
माझे डोळे शिणले गं तुझी वाट पाहुनी, ग ये
गुलाबी गालात हासत ये ना
सखे गं साजणी ये ना
जराशी लाजत मुरकत ये ना
सखे गं साजणी ये ना

आता कुठवर धीर मी धरू
काळीज करते बघ हुरुहुरू
सजणी नको ग मागं फिरू
माझ्या सुरात सुर ये भरू
माझे डोळे शिणले गं तुझी वाट पाहुनी, ग ये
बसंती वार्‍यात तोर्‍यात ये ना
सखे गं साजणी ये ना
सुखाची उधळीत बरसात ये ना
सखे गं साजणी ये ना

गीतकार: शांता शेळके
संगीतकार: देवदत्त साबळे
गायक: जयवंत कुलकर्णी

शुक्रतारा,मंदवारा....



शुक्रतारा, मंदवारा, चांदणे पाण्यातुनी
चंद्र आहे, स्वप्न वाहे धुंद या गाण्यातुनी
आज तू डोळ्यांत माझ्या मिसळुनी डोळे पहा
तू अशी जवळी रहा ॥धृ.॥

मी कशी शब्दात सांगू भावना माझ्या तुला
तू तुझ्या समजून घे रे लाजणार्‍या या फुला
अंतरीचा गंध माझ्या आज तू पवना वहा
तू असा जवळी रहा ॥१॥

लाजर्‍या माझ्या फुला रे गंध हा बिलगे जिवा
अंतरीच्या स्पंदनाने अन्‌ थरारे ही हवा
भारलेल्या या स्वरांनी भारलेला जन्म हा
तू अशी जवळी रहा ॥२॥

शोधिले स्वप्नात मी ते ये करी जागेपणी
दाटुनी आलास तू रे आज माझ्या लोचनी
वाकला फांदीपरी आता फुलांनी जीव हा
तू असा जवळी रहा ॥३॥

गीतकार : मंगेश पाडगावकर
संगीतकार : श्रीनिवास खळे
गायक-गायिका : अरूण दाते , सुधा मल्होत्रा

सोमवार, १४ मे, २०१२

ही चाल तुरुतुरू....





ही चाल तुरुतुरु उडती केस भुरुभुरु
डाव्या डोळ्यावर बट ढळली
जशी मावळत्या उन्हात केवड्याच्या बनात
नागीण सळसळली

इथं कुणी आसपास ना
डोळ्याच्या कोनात हास ना
तू जरा माझ्याशी बोल ना
ओठांची मोहोर खोल ना
तू लगबग जाता मागं वळून पाहाता
वाट पावलात अडखळली

उगाच भुवई ताणून
फुकाचा रुसवा आणून
पदर चाचपून हातानं
ओठ जरा दाबीशी दातानं
हा राग जीवघेणा  खोटा खोटाच बहाणा
आता माझी मला खूण कळली


गीतकार: शांता शेळके
संगीतकार: देवदत्त साबळे
गायक: जयवंत कुलकर्णी

रविवार, १३ मे, २०१२

नको देवराया अंत आता पाहू...




नको देवराया अंत आता पाहू ।
प्राण हा सर्वथा, जाऊ पाहे ॥

हरिणीचे पाडस, व्याघ्रे धरीयेले ।
मजलागी जाहले तैसे देवा ॥१॥

तुजविण ठावं न दिसे त्रिभुवनी
धावे हे जननी विठाबाई ॥२॥

मोकलूनी आस, जाहले उदास
घेई कान्होपात्रेस हृदयात ॥३॥

रचना: संत कान्होपात्रा
संगीतकार: आनंदघन
गायक: हृदयनाथ मंगेशकर
चित्रपट: साधी माणसं

शुक्रवार, ११ मे, २०१२

सारंगा तेरी यादमें...




सारंगा तेरी यादमें
सारंगा तेरी यादमें नैन हुये बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते नही रैन,
सारंगा तेरी यादमें....

वो अम्बुवाका झुलना,वो पिपल की छांव
घुंघट में जब चांद था, मेहंदी लगी थी पांव
आज उजडके रह गया, वो सपनोंका गांव
सारंगा तेरी यादमें....

संग तुम्हारे दो घडी, बित गये जो पल
जल भरके मेरे नैन में, आज हुये ओझल
सुख लेके दुख दे गई, दो अखियां चंचल
सारंगा तेरी यादमें....

गीतकार: भरत व्यास
संगीतकार: सरदार मलिक
गायक: मुकेश
चित्रपट: सारंगा

बुधवार, २ मे, २०१२

कही दूर जब दिन ढल जाये




कहीं दूर जब दिन ढल जाये
सांझ की दूलहन बदन चुराये
छुपकेसे आये
मेरे खयालों के आंगन में
कोई सपनों के दीप जलाये

कभी यूं ही जब हुई बोझल सांसे
भर आई बैठे बैठे जब यूं ही आंखे
कभी मचलके, प्यार से चल के
छुये कोई मुझे पर नझर ना आये
कहीं दूर जब दिन ढल जाये
सांझ की दूलहन बदन चुराये
छुपकेसे आये

कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते
कहीं पे निकल आये जनमों के नाते
थमी थी उलझन बैरी अपना मन
अपना ही होके सहे दर्द पराये
कहीं दूर जब दिन ढल जाये
सांझ की दूलहन बदन चुराये
छुपकेसे आये
मेरे खयालों के आंगन में
कोई सपनों के दीप जलाये
कहीं दूर जब दिन ढल जाये
सांझ की दूलहन बदन चुराये
छुपकेसे आये

गीतकार: योगेश
संगीतकार: सलिल चौधरी
गायक: मुकेश
चित्रपट: आनंद