सोमवार, ३० डिसेंबर, २०१३

कोई सागर दिल को बहलाता नही...





कोई सागर दिल को बहलाता नही
बेख़ुदी में भी करार आता नही

मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दू गम से घबराता नही

कल तो सब थे, कारवाँ के साथ साथ
आज कोई राह दिखलाता नही

जिंदगी के आईने को तोड़ दो
इस में अब कुछ भी नज़र आता नही

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: दिल दिया दर्द लिया

क्या से क्या हो गया...





क्या से क्या हो गया, बेवफा तेरे प्यार में
चाहा क्या, क्या मिला, बेवफा तेरे प्यार में

चलो सुहाना भरम तो टूटा
जाना के हुस्न क्या हैं
कहती हैं जिस को प्यार दुनियाँ
क्या चीज क्या बला हैं
दिल ने क्या ना सहा, बेवफा तेरे प्यार में

तेरे मेरे दिल के बीच अब तो
सदियों के फासले हैं
यकीं होगा किसे के हम तुम
एक राह संग चले हैं
होना है, और क्या, बेवफा तेरे प्यार में

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार : सचिन देव बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: गाईड

रविवार, २९ डिसेंबर, २०१३

हमे तुम से प्यार कितना...





हमे तुम से प्यार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

सूना गम जुदाई का, उठाते हैं लोग
जाने जिन्दगी कैसे, बिताते हैं लोग
दिन भी यहाँ तो लगे, बरस के समान
हमे इंतज़ार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

तुम्हें कोई और देखे, तो जलता हैं दिल
बड़ी मुश्किलों से फिर, संभलता हैं दिल
क्या, क्या जतन करते है, तुम्हे क्या पता
ये दिल बेकरार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: राहूल देव बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: कुदरत

शनिवार, २८ डिसेंबर, २०१३

मेरी भीगी भीगी सी...




मेरी भीगी भीगी सी, पलकों पे रह गए
जैसे मेरे सपने बिखर के
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
अनामिका, तू भी तरसे

तुझे बीन जाने, बीन पहचाने, मैंने हृदय से लगाया
पर मेरे प्यार के बदले में तूने, मुझ को ये दिन दिखलाया
जैसे बिरहा की रुत मैंने काटी, तड़प के आहें भर भर के
जले मन तेरा... ..

आग से नाता, नारी से रिश्ता, काहे मन समझ न पाया
मुझे क्या हुआ था, एक बेवफा पे हाय मुझे क्यों, प्यार आया
तेरी बेवफाई पे, हँसे जग सारा, गली गली गुजरे जिधर से
जले मन तेरा... .

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: राहूल देव बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: अनामिका

ओह रे ताल मिले नदी के जल में...


ओह रे ताल मिले नदी के जल में, नदी मिले सागर में
सागर मिले कौन से जल में, कोई जाने ना

सूरज को धरती तरसे, धरती को चंद्रमा
पानी में सीप जैसे प्यासी हर आत्मा
बूँद छूपी किस बादल में कोई जाने ना

अनजाने होठों पर क्यों पहचाने गीत हैं
कल तक जो बेगाने थे, जन्मों के मीत हैं
क्या होगा कौन से पल में कोई जाने ना

गीतकार: इंदिवर
संगीतकार: रोशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: अनोखी रात

शुक्रवार, २७ डिसेंबर, २०१३

कभी अलविदा ना कहना...




चलते चलते, मेरे ये गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना
रोते हँसते, बस यूँ ही तुम, गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना

प्यार करते करते, हम तुम कही खो जायेंगे
इन ही बहारों के, आँचल में थक के सो जायेंगे
सपनों को फिर भी, तुम यूँ ही सजाते रहना

बीच राह में दिलबर, बिछड जाए कही हम अगर
और सूनी सी लगे तुम्हें, जीवन की ये डगर
हम लौट आयेंगे, तुम यूँ ही बुलाते रहना

गीतकार: अमित खन्ना
संगीतकार: बप्पी लाहिरी
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: चलते चलते

मंगळवार, १७ डिसेंबर, २०१३

ये रे घना, ये रे घना...





ये रे घना, ये रे घना
न्हाउ घाल माझ्या मना

फुले माझि अळुमाळु, वारा बघे चुरगळू
नको नको म्हणताना गंध गेला रानावना

टाकुनिया घरदार नाचणार, नाचणार
नको नको म्हणताना मनमोर भर राना

नको नको किती म्हणू, वाजणार दूर वेणू
बोलावतो सोसाट्याचा वारा मला रसपाना

गीतकार: आरती प्रभू
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: आशा भोसले




शनिवार, ७ सप्टेंबर, २०१३

बाबूजी धीरे चलना...




बाबूजी धीरे चलना
प्यार में, ज़रा सम्भलना
हाँ बड़े धोखे हैं
बड़े धोखे हैं इस राह में
बाबूजी धीरे चलना

क्यूँ हो खोये हुये सर झुकाये
जैसे जाते हो सब कुछ लुटाये
ये तो बाबूजी पहला कदम है
नज़र आते हैं अपने पराये
हाँ बड़े धोखे हैं...

ये मुहब्बत है ओ भोलेभाले
कर न दिल को ग़मों के हवाले
काम उलफ़त का नाज़ुक बहुत है
आ के होंठों पे टूटेंगे प्याले
हाँ बड़े धोखे हैं...

हो गयी है किसी से जो अनबन
थाम ले दूसरा कोई दामन
ज़िंदगानी की राहें अजब हैं
हो अकेला तो लाखों हैं दुश्मन
हाँ बड़े धोखे हैं...

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: ओ.पी.नय्यर
गायिका: गीता दत्त
चित्रपट: आर पार

शुक्रवार, ६ सप्टेंबर, २०१३

आयेगा आने वाला...





आयेगा, आयेगा, आयेगा
आयेगा आने वाला
आयेगा, आयेगा, आयेगा

दीपक बगैर कैसे परवाने जल रहे हैं (२)
कोई नही चलाता और तीर चल रहे हैं (२)
तडपेगा कोई कब तक बेआस बेसहारे (२)
लेकिन ये कह रहे हैं दिल के मेरे इशारे
आयेगा, आयेगा, आयेगा
आयेगा आने वाला
आयेगा, आयेगा, आयेगा

भटकी हुई जवानी मंजिल को ढुंढती हैं (२)
माझी बगैर नैय्या साहिल को ढुंढती हैं (२)
क्या जाने दिल की कश्ती कब तक लगे किनारे (२)
लेकिन ये कह रहे हैं दिल के मेरे इशारे
आयेगा, आयेगा, आयेगा
आयेगा आने वाला
आयेगा, आयेगा, आयेगा, आयेगा

गीतकार: नक्षब जारव्छी
संगीतकार: खेमचंद प्रकाश
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: महल

आइये मेहरबाँ...




आइये मेहरबाँ, बैठिये जाने-जाँ
शौक़ से लीजिये जी, इश्क की इम्तहाँ

कैसे हो तुम नौजवाँ, इतने हसीं महमाँ
कैसे करूँ मैं बयाँ, दिल की नहीं है ज़ुबाँ
आइये मेहरबाँ...

देखा मचल के जिधर, बिजली गिरा दी उधर
किसका जला आशियाँ, बिजली को ये क्या खबर
आइये मेहरबाँ...

गीतकार: हसरत जयपुरी
संगीतकार: ओ.पी नय्यर
गायिका: आशा भोसले
चित्रपट: हावडा ब्रिज

गुरुवार, ५ सप्टेंबर, २०१३

आजा रे, परदेसी...


मैं तो कब से खड़ी इस पार
ये अखियाँ थक गयी पंथ निहार
आजा रे, परदेसी

मैं दिये की ऐसी बाती
जल ना सकी जो, बुझ भी ना पाती
आ मिल मेरे जीवन साथी

तुम संग जनम जनम के फेरे
भूल गये क्यों साजन मेरे
तडपत हूँ मैं साँझ सवेरे

मैं नदियाँ फिर भी मैं प्यासी
भेद ये गहरा, बात ज़रा सी
बिन तेरे हर साँस उदासी

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: सलील चौधरी
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट : मधुमती

जाईये आप कहॉं जायेंगे...

’मोद’गाणी वरील हे माझं १७५वं गाणं आहे....मी लौकिकार्थाने गाणं शिकलेलो नाहीये...पण आपल्यासारख्या कानसेन श्रोत्यांकडून ज्या अमूल्य सूचना मिळत असतात त्यातूनच मी शिकत जातोय..त्यासाठीच माझ्या ह्या सर्व श्रोतेरूपी शिक्षकांना हे गाणं आजच्या शिक्षकदिनी अर्पण करतोय.
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जाईये आप कहॉं जायेंगे
ये नजर लौट के फिर आयेगी
दूर तक आप के पीछे पीछे
मेरी आवाज चली जायेगी

आपको प्यार मेरा याद जहॉं आयेगा
कोई कांटा वोही दामन से लिपट जायेगा (२)
जाईये आप कहॉं जायेंगे
ये नजर लौट के फिर आयेगी

जब उठोगे मेरी बेताब निगाहों की तरह
रोक लेंगी कोई डाली मेरी बाहों की तरह (२)
जाईये आप कहॉं जायेंगे
ये नजर लौट के फिर आयेगी

देखिये चैन मिलेगा ना कहीं दिल के सिवा
आपका कोई नही, कोई नही दिल के सिवा
जाईये आप कहॉं जायेंगे
ये नजर लौट के फिर आयेगी

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: ओ. पी. नय्यर
गायिका: आशा भोसले
चित्रपट: मेरे सनम

दिल लूटनेवाले जादूगर...





दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है

ये चांद सितारें देख ना ले
मेरे प्यार के नाजूक बन्धन को
आंखों में छुपा कर रख लुंगा
इस फूल से कोमल तन मन को
धीरे से, धीरे से कहो ये बात पिया
जग अपना नही बेगाना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है

अरमान था तुझको देखू मैं
सावन की नशीली रातों में
खो जाये पिया हम  तुम दोनो
इन प्यार की मीठी बातों में
तू सामने, तू सामने है तो सबकुछ है
वरना ये तो  मन  विराना है
दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है

मैं प्यार की माला गुंढुंगी
आशाओं की कलियां चून चून के
रुठे ना कहीं मुझसे दूनिया
ये बात तुम्हारी सून सून के
अरमान भरे, अरमान भरे दिलवालों ने
दूनिया का कहा कब माना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है
दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है

गीतकार: फारूक कैसर
संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी
गायक-गायिका: मुकेश, लता मंगेशकर
चित्रपट मदारी


बुधवार, ४ सप्टेंबर, २०१३

पंछी बनू उडती फिरूं...




पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी

ओ मेरे जीवन में चमका सवेरा
ओ मिटा दिल से वो गम का अंधेरा
ओ हरे खेतों में गाये कोई लेहरा
ओ यहॉं दिल पर किसी का ना पेहरा
रंग बहारों ने भरा मेरे जीवन में
रंग बहारों ने भरा मेरे जीवन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में

ओ दिल ये चाहे बहारों से खेलूं
ओ गोरी नदिया की धारों से खेलूं
ओ चांद सूरज सितारों से खेलूं
ओ अपनी बाहों में आकाश ले लूं
बढती चलूं गाती चलूं अपनी लगन में
बढती चलूं गाती चलूं अपनी लगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी
हिल्लोरी हिल्लोरी हिलो हिलो हिल्लोरी

ओ मैं तो ओढुंगी बादल का आंचल
ओ मैं तो पेहनुंगी बिजली की पायल
ओ छीन लुंगी घटाओं से काजल
ओ मेरा जीवन है नदियां की हलचल
दिल से मेरे लेहरें उठीं ठंडी पवन में
दिल से मेरे लेहरें उठीं ठंडी पवन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में
पंछी बनू उडती फिरूं मस्त गगन में
आज मैं आजाद हूँ दुनिया के चमन में

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: चोरी चोरी

मौसम है आशिकाना...




मौसम है आशिकाना
ऐ दिल कहीं से उनको ऐसे में ढूंढ लाना

कहना के रुत जवॉं है, और हम तरस रहे हैं
काली घटा के साए, बिरहन को डस रहे हैं
डर है न मार डाले, सावन का क्या ठिकाना

सूरज कहीं भी जाए, तुम पर न धूप आए
तुम को पुकारते हैं, इन गेसुओं के साए
आ जाओ मैं बना दूँ, पलकों का शामियाना

फिरते हैं हम अकेले, बाहों में कोई लेले
आख़िर कोई कहाँ तक तनहाइयों से खेले
दिन हो गए हैं जालिम, राते हैं कातिलाना

ये रात ये खामोशी, ये ख्वाब से नज़ारे
जुगनू हैं या जमीन पर, उतरे हुए हैं तारे
बेख्वाब मेरी आंखें, मदहोश है ज़माना

गीतकार: कमाल अमरोही
संगीतकार: गुलाम मोहम्मद
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: पाकिजा

मंगळवार, ३ सप्टेंबर, २०१३

मन डोले मेरा, तन डोले ...



 स्त्रीच्या आवाजात गाण्याचा हा एक वेगळा प्रयोग आहे...खालील विजेटवर ऐका.






मन डोले मेरा, तन डोले
मेरे दिल का गया करार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां

मधुर मधुर सपनों में देखी मैने राह नवेली
तोड़ चली मैं लाज का पहरा, जाने कहॉं अकेली
चली मैं, जाने कहॉं अकेली
रस घोले, धून यूँ बोले, जैसे ठंडी पडे फुहार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां

कदम कदम पर रंग सुनहरा, ये किस ने बिखराया
नागन का मन बस करने, ये कौन सपेरा आया
न जाने कौन सपेरा आया
पग डोले, दिल यूँ बोले, तेरा हो के रहा शिकार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: हेमंतकुमार
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: नागिन

सोमवार, २ सप्टेंबर, २०१३

ये चाँद सा रोशन चेहरा...




ये चाँद सा रोशन चेहरा, जुल्फों का रंग सुनहरा
ये झील सी नीली आँखे, कोई राज हैं इन में गहरा
तारीफ़ करू क्या उस की, जिस ने तुम्हें बनाया

इक चीज़ कयामत भी है, लोगों से सुना करते थे
तुम्हे देख के मैने माना, वो ठीक कहा करते थे
है चाल में तेरी जालिम कुछ ऐसी बला का जादू
सौ बार संभाला दिल को, पर होके रहा बेकाबू
तारीफ़ करू क्या उस की, जिस ने तुम्हें बनाया

हर सुबह किरन की लाली, हैं रंग तेरे गालों का
हर शाम की चादर काली, साया हैं तेरे बालों का
तू बलखाती इक नदियाँ, हर मौज तेरी अंगड़ाई
जो इन मौजो में डूबा, उस ने ही दुनियाँ पाई
तारीफ़ करू क्या उस की, जिस ने तुम्हें बनाया

मैं खोज में हूँ मंज़िल की, और मंज़िल पास है मेरे
मुखड़े से हटा दो आँचल, हो जायें दूर अंधेरे
माना की ये जलवे तेरे, कर देंगे मुझे दीवाना
जी भर के ज़रा मैं देखूं, अंदाज़ तेरा मस्ताना
तारीफ़ करू क्या उस की, जिस ने तुम्हें बनाया

गीतकार: एस.एच.बिहारी
संगीतकार: ओ.पी.नय्यर
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: काश्मिर की कली

रविवार, १ सप्टेंबर, २०१३

प्यार हुआ इक़रार हुआ है...




प्यार हुआ इक़रार हुआ है
प्यार से फिर क्यों डरता है दिल
कहता है दिल, रस्ता मुश्किल
मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल
प्यार हुआ इक़रार हुआ...

कहो की अपनी प्रीत का मीत ना बदलेगा कभी
तुम भी कहो इस राह का मीत न बदलेगा कभी
प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा
चाँद न चमकेगा कभी
प्यार हुआ इकरार हुआ...

रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ
प्रीत हमारे प्यार के दोहराएंगी जवानियाँ
मैं न रहूँगी, तुम न रहोगे
फिर भी रहेंगी निशानियाँ
प्यार हुआ इक़रार हुआ...

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर-जयकिशन
गायक-गायिका: मन्नाडे,लता मंगेशकर
चित्रपट: श्री ४२०

यूँ तो हमने...





यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं
तुमसा नहीं देखा

उफ़ ये नज़र, उफ़ ये अदा
कौन न अब होगा फ़िदा
ज़ुल्फ़ें हैं या बदलियां
आँखें हैं या बिजलियां
जाने किस किसकी आएगी सज़ा
यूँ तो हमने लाख हंसीं...

तुम भी हंसीं, रुत भी हंसीं
आज ये दिल बस में नहीं
रास्ते ख़ामोश हैं
धड़कने मदहोश हैं
पीये बिन आज हमें चढ़ा हैं नशा
यूँ तो हमने लाख हंसीं...

तुम न अगर, बोलोगे सनम
मर तो नहीं जाएंगे हम
क्या परी या हूर हो
इतनी क्यूँ मग़रूर हो
मान के तो देखो कभी किसी का कहा
यूँ तो हमने लाख हंसीं...

गीतकार: साहिर लुधियानवी
संगीतकार: ओ.पी. नय्यर
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: तुमसा नहीं देखा

शनिवार, ३१ ऑगस्ट, २०१३

तुम तो प्यार हो...




तुम तो,
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना

तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो

कितना हैं प्यार हमसे इतना बता दो
अंबर पे तारें जितने, इतना समझ लो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तेरी याद मुझे लूटे
कसमे तो खानेवाले होते हैं झूठे
चलो जाओ, हटो जाओ, दिल का दामन छोड़ो
तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो

आ के ना जाये कभी, ऐसी बहार हो
तुम भी हमारे लिए जीवन सिंगार हो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तू हैं, आँख के तिल में
तुम भी छूपी हो मेरे शीशा-ए-दिल में
ओ मेरे हमदम, मेरे हमदम, मेरी बात तो मानो
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना
तुम तो प्यार हो, सजनी
ओ सजना
तुम तो प्यार हो

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: रामलाल
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर
चित्रपट: सेहरा

मेरा नाम राजू....




मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू

काम नये नित गीत बनाना
गीत बना के जहा को सुनाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कविराज कहे
न ये ताज रहे
ना ये ये राज रहे
ना ये राज घराना
प्रीत और प्रीत का गीत रहे
कभी लूट सका ना कोई ये खजाना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू

धुल का एक बादल अलबेला
निकला हूँ अपने सफर मे अकेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
काहे मान करे
अभिमान करे
मेहमान तुझे, इक दिन तो है जाना
डफली उठा आवाज मिला
गा मिल के मेरे संग प्रेम तराना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: जिस देशमे गंगा बहती है

शुक्रवार, ३० ऑगस्ट, २०१३

गगन, सदन तेजोमय...




गगन, सदन तेजोमय
तिमिर हरून करुणाकर
दे प्रकाश, देई अभय

छाया तव, माया तव
हेच परम पुण्यधाम
वार्‍यांतून, तार्‍यांतून
वाचले तुझेच नाम
जग, जीवन, जनन, मरण
हे तुझेच रूप सदय

वासंतिक कुसुमांतून
तूच मधुर हासतोस
मेघांच्या धारांतून
प्रेमरूप भासतोस
कधि येशील चपलचरण
वाहिले तुलाच हृदय

भवमोचन हे लोचन
तुजसाठी दोन दिवे
कंठातील स्वर मंजुळ
भावमधूर गीत नवे
सकल-शरण, मनमोहन
सृजन तूच, तूच विलय


गीतकार: वसंत बापट
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: उंबरठा

सोमवार, २६ ऑगस्ट, २०१३

घन रानी साजणा...



घन रानी साजणा !
मी कशी तुझ्यासवे
चुकले वाट रे, सांग ना
घन रानी साजणा !

भिरभिर वार्‍याची
थरथर पाण्याची
अवखळ सजणी मी
मनभर गाण्याची
तरी बाई सूर नवनवे
सुखद मधुर वाटतात हवे, या मना
घन रानी साजणा !

मधुमय समय असा
बहरुन कुंज हसे
तरळत गंध नवा
वय ते लावी पिसे
इथे तिथे गोड निळेपण
बावरते मन साद घालि कोण, यौवना ?
घन रानी साजणा !

किती अधिर अधिर भाषा प्रीतीची
मन माझे, मन माझे, मन बोलत नाही ग माझे
किती लाजे, किती लाजे, वेडे लाजरे मन ग माझे
एक शपथ शपथ त्याला भीतीची
हृदया रे, अदया रे, बोल ना
घन रानी साजणा !

गीतकार: शांता शेळके
संगीतकार: श्रीधर फडके
गायिका आशा भोसले

सांज ये गोकुळी...



सांज ये गोकुळी, सावळी सावळी
सावळ्याची जणू साउली
.
धूळ उडवीत गाई निघाल्या
श्याम रंगात वाटा बुडाल्या
परतती त्यासवे, पाखरांचे थवे
पैल घंटा घुमे राऊळी

पर्वतांची दिसे दूर रांग
काजळाची जणू दाट रेघ
होई डोहातले चांदणे सावळे
भोवती सावळ्या चाहुली

माउली सांज अंधार पान्हा
विश्व सारे जणू होय कान्हा
मंद वार्‍यावरी वाहते बासरी
अमृताच्या जणू ओंजळी

गीतकार: सुधीर मोघे
संगीतकार: श्रीधर फडके
गायिका: आशा भोसले
चित्रपट: वजीर

रस्म-ए-उल्फ़त ...



रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं तो निभाएं कैसे
हर तरफ़ आग है दामन को बचाएं कैसे
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

दिल की राहों में उठते हैं जो दुनिया वाले -२
कोई कह दे के वोह दीवार गिराएं कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

दर्द में डूबे हुए नग़मे हज़ारों हैं मगर -२
साज़-ए-दिल टूट गया हो तो सुनाए कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

बोझ होता जो ग़मों का तो उठा भी लेते -२
ज़िंदगी बोझ बनी हो तो उठाएं कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

गीतकार: नक्श लायलपूरी
संगीतकार : मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट:  दिल कॊ राहें

रविवार, २५ ऑगस्ट, २०१३

जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये ...





जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये 
कभी तो हसाये, कभी ये रुलाये 

कभी देखो मन नहीं जागे
पीछे पीछे सपनों के भागे
एक दिन सपनों का राही
चला जाये सपनों से आगे कहा

जिन्हों ने सजाये यहा मेले
सुख दुख संग संग झेले 
वही चुनकर खामोशी
यूँ चले जाये अकेले कहा

गीतकार: योगेश
संगीतकार: सलिल चौधरी
गायक: मन्ना डे
चित्रपट आनंद

शनिवार, २४ ऑगस्ट, २०१३

पिया तुम हो सागर...



माझ्या लग्नानंतर, पहिल्याच मंगळागौरीला रात्र जागवतांना माझ्या पत्नीने तिच्या सुरेल आवाजात हे गाणं म्हटलं होतं...तिच्याच तोंडून हे गाणं मी पहिल्यांदा ऐकलं...आणि मग पुढे कधीतरी मूळ गाणं लताबाईंच्या आवाजात ऐकलं...पण मला माझ्या पत्नीने गायलेलंच गाणं जास्त आवडलं होतं...साथीला कोणतंही वाद्य नसतांना तिने गायलेलं, ते गाणं केवळ अप्रतिमच होतं....
ह्या गाण्यात पियाला सागर, सावन वगैरे काय काय संबोधलेलं आहे...हे सगळं ऐकून त्यावेळचा मी..अवघा ५२किलोचा जीव...कसला भारावून गेलो होतो.  :ड
तरीही स्वत:ला दुय्यम समजून बायकोने नवर्‍याला इतकं चढवणं मला व्यक्तिश: पटत नाही.

तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर

मुझे मेरी नींदे
मुझे मेरी नींदे, मेरा चैन दे दो
मुझे मेरे सपनों की एक रैन दे दो ना
यही बात पहले,
यही बात पहले भी तुम से कही थी
वोही बात फिर आज  दोहरा रही हूँ
पिया तुम हो सागर

तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हारी मेहेक से मेहेकने लगे तन
मेहेकने लगे तन
मेरे पास आओ
मेरे पास आओ, गले से लगाओ
पिया और तुमसे मैं क्या चाहती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर

मुरलिया समझ कर
मुरलिया समझ कर, मुझे तुम उठा लो
बस एक बार होठों से अपने लगा लो ना
एक बार होठों से अपने लगा लो ना
कोई सूर तो जागे
कोई सूर तो जागे मेरी धडकनो में
के मैं अपनी सरगम से रूठी हुई हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर

गीतकार: नक्श लायलपूरी
संगीतकार: जयदेव
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: तुम्हारे लिये

मंगळवार, २० ऑगस्ट, २०१३

रात्रीस खेळ चाले ...



रात्रीस खेळ चाले या गूढ चांदण्याचा
संपेल ना कधीही हा खेळ सावल्यांचा

हा चंद्र ना स्वयंभू रवीतेज वाहतो हा
ग्रहणात सावल्यांचा अभिशाप भोगतो हा
प्रीतीस होय साक्षी हा दूत चांदण्यांचा

आभास सावली हा असतो खरा प्रकाश
जे सत्य भासती ते असती नितांत भास
हसतात सावलीला हा दोष आंधळ्यांचा

या साजिर्‍या क्षणाला का आसवें दिठीत
मिटतील सर्व शंका उबदार या मिठीत
गवसेल सूर आपुल्या या धुंद जीवनाचा

गीतकार: सुधीर मोघे
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायक: महेंद्र कपूर
चित्रपट: हा खेळ सावल्यांचा

रविवार, १८ ऑगस्ट, २०१३

तुज मागतो मी आता





तुज मागतो मी आता
मज द्यावे एकदंता

तुझे ठायी माझी भक्‍ति
विरुठावी गणपती
तुझे ठायी ज्याची प्रीती
त्याची घडावी संगती

धरणीधरा ऐसे द्यावे
सर्वांभूती लीन व्हावे
तुज शरण शरण शरण
आलो पतित मी जाण

तुझा अपराधी मी खरा
आहे इक्षुचापधरा
माझी येऊ दे करुणा
तुजलागी गजानना

गीतकार: रामकृष्ण बाबू सोमयाजी
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: लता मंगेशकर

घन घन माला नभी दाटल्या ...


घन घन माला नभी दाटल्या कोसळती धारा
केकारव करी मोर काननी उभवून उंच पिसारा

कालिंदीच्या तटी श्रीहरी
तशात घुमवी धुंद बासरी
एक अनामिक सुगंध येतो ओल्या अंधारा

वर्षाकालिन सायंकाळी
लुकलुक करिती दिवे गोकुळी
उगाच त्यांच्या पाठिस लागे भिरभिरता वारा

कृष्णविरहिणी कोणी गवळण
तिला अडविते कवाड, अंगण
अंगणी अवघ्या तळे साचले, भिडले जल दारा

गीतकार: ग.दि.माडगूळकर
संगीतकार: वसंत पवार:
गायक: मन्ना डे
चित्रपट: वरदक्षिणा

बुधवार, १४ ऑगस्ट, २०१३

गाता रहे मेरा दिल....




गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन - (२)

प्यार करने वाले अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल जल मरेंगे
दिल से जो धड़के हैं वो दिल हरदम ये कहेंगे
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल

ओ मेरे हमराही, मेरी बाँह थामे चलना,
बदले दुनिया सारी, तुम ना बदलना
प्यार हमे भी सिखला देगा, गरदिश में सम्भलना,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल


दूरियाँ अब कैसी, अरे शाम जा रही है,
हमको ढलते ढलते समझा रही है,
आती जाती साँस जाने कब से गा रही है
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल


गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: किशोर कुमार,लता मंगेशकर
चित्रपट: गाईड

मंगळवार, १३ ऑगस्ट, २०१३

तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार हैं...





तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार हैं
ख्वाब चुन रही हैं रात  बेकरार हैं

होंठ पे लिए हुए, दिल की बात हम
जागते रहेंगे और, कितनी रात हम..
मुफ्तसर सी बात है, तुम से प्यार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं.. ..

दिल बहल तो जाएगा, इस ख़याल से
हाल मिल गया तुम्हारा, अपने हाल से
रात ये करार की, बेकरार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं .. ..

गीतकार: गुलजार
संगीतकार आणि गायक: हेमंत कुमार
चित्रपट: खामोशी

ना तुम हमे जानो...




ना तुम हमे जानो, ना हम तुम्हे जाने
मगर लगता हैं, कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया

ये मौसम ये रात चुप हैं
दो होठों की बात चुप हैं
खामोशी सुनाने लगी, हैं दास्ताँ
नजर बन गयी हैं, दिल की जबॉं

मोहब्बत के मोड़ पे हम
मिले सब को छोड़ के हम
धड़कते दिलों का लेके, ये कारवां
चले आज दोनों जाने कहा?

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: हेमंत कुमार, सुमन कल्याणपूर
चित्रपट: बात एक रात की

बुधवार, ३१ जुलै, २०१३

ओ नींद न मुझको आए...


ओ नींद न मुझको आए
दिल मेरा घबराए
चुपके-चुपके, कोई आ के
सोया प्यार जगाए

सोया हुआ सँसार है,सोया हुआ सँसार
मैं जागूँ यहाँ, तू जागे वहाँ
एक दिल में दर्द दबाए
ओ नींद न...

इक बीच में दीवार है,इक बीच में दीवार
मैं तड़पूँ यहाँ, तू तड़पे वहाँ
हाय चैन जिया नहीं पाए
ओ नींद न...

मैं हूँ यहाँ बेक़रार रे, तू है वहाँ बेक़रार
मैं गाऊँ यहाँ, तू गाये वहाँ
हाय दिल को दिल बहलाए
ओ नींद न...

गीतकार: पी.एल.संतोषी
संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी
गायक-गायिका: हेमंत कुमार, लता मंगेशकर
चित्रपट : पोस्ट बॉक्स ९९९

मंगळवार, ३० जुलै, २०१३

छलके तेरी आंखों से...



छलके तेरी आंखों से शराब और ज्यादा
खिलते रहे होटो के गुलाब और ज्यादा

क्या बात है जाने तेरी मेहफिल मे सितमगर
धडके हैं दिल-ए-खाना खराब और ज्यादा

इस दिल मे अभी और भी जख्मो की जगह है
अब रुकी कटारी को दुआब और ज्यादा

तू इश्क के तुफान को बाहो मे जकड ले
अल्लाह करे जोरे शबाब और ज्यादा

छलके तेरी आंखों से शराब और ज्यादा
खिलते रहे होटो के गुलाब और ज्यादा

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: आरजू

बेकरार कर के हमें यूं ना जाईये...




बेकरार कर के हमें यूं ना जाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये

देखिये वो काली काली बदलियॉं
जुल्फ की घटा चुरा ना  ले कहीं
चोरी-चोरी आ के शोख बिजलियॉं
आप की अदा चुरा ना ले कहीं
यूं कदम अकेले ना आगे बढाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये
बेकरार कर के हमें यूं ना जाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये

देखिये गुलाब की वो डालियॉं
बढ के चूम ले ना आप के कदम
खोये खोये भंवरे भी हैं बाग में
कोई आप को बना ना ले सनम
बहकी-बहकी नजरों से खुद को बचाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये
बेकरार कर के हमें यूं ना जाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये

जिंदगी के रास्ते अजीब हैं
इनमें इस तरह चला ना किजिये
खैर है इसी में आपकी हुजूर
अपना कोई साथी ढुंढ लिजिये
सुन के दिलकी बात यूं ना मुस्कुराईये
आप को हमारी कसम लौट आईये
बेकरार कर के हमें यूं ना जाईये
आप को हमारी कसम लौट आईये

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार आणि गायक: हेमंत कुमार
चित्रपट: बीस साल बाद

शुक्रवार, २६ जुलै, २०१३

मोगरा फुलला ...





मंडळी, हे आहे  १५०वे गाणे.


मोगरा फुलला मोगरा फुलला ।
फुलें वेंचितां बहरू कळियांसी आला ॥१॥

इवलेंसे रोप लावियलें द्वारी ।
त्याचा वेलु गेला गगनावेरी ॥२॥

मनाचिये गुंती गुंफियेला शेला ।
बाप रखुमादेविवरी विठ्ठलें अर्पिला ॥३॥

रचना: संत ज्ञानेश्वर
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: लता मंगेशकर

सबकुछ सीखा हम ने...





सबकुछ सीखा हम ने, ना सीखी होशियारी
सच हैं दुनियाँ वालों, के हम हैं अनाड़ी

दुनिया ने कितना समझाया, कौन हैं अपना कौन पराया
फिर भी दिल की चोट छूपाकर, हम ने आप का दिल बहलाया
खुद ही मर मिटने की ये ज़िद हैं हमारी

दिल का चमन उजडते देखा, प्यार का रंग उतरते देखा
हम ने हर जीने वाले को, धन दौलत पे मरते देखा
दिल पे मरने वाले मरेंगे भिकारी

असली नकली चेहरे देखे, दिल पे सौ सौ पहरे देखे
मेरे दुखते दिल से पूछो, क्या क्या ख्वाब सुनहरे देखे
टूटा जिस तारे पे नज़र थी हमारी

गीतकार:शैलेंद्र
संगीतकार:शंकर-जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट:अनाडी

तू कहे अगर जीवन भर..


तू  कहे अगर जीवन भर, मैं गीत सुनाता जाऊँ 
मन बिन बजाता जाऊँ 

और आग मैं अपने दिल की, हर दिल में लगाता जाऊँ 
दुख दर्द मिटाता जाऊँ, तू कहे अगर

मैं साज़ हूँ तू सरगम है, देती जा सहारे मुझ को
मैं राग हूँ, तू बीना है, जिस दम तू पुकारे मुझ को
आवाज़ में तेरी हरदम  आवाज़ मिलाता जाऊँ
आकाश पे छाता जाऊँ, तू कहे अगर

इन बोलों में तू ही तू है, मैं समझू या तू जाने
इन में हैं कहानी मेरी, इन में हैं तेरे अफ़साने
तू साज़ उठा उल्फत का, मैं धून पे गाता जाऊँ
सपनों को जगाता जाऊँ, तू कहे अगर

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मुकेश
चित्रपट: अंदाज

गोमू संगतीनं माझ्या तू येशील काय ?



गोमू संगतीनं माझ्या तू येशील काय ?
माझ्या पिरतीची रानी तू होशील काय ?
आरं संगतीनं तुझ्या मी येणार नाय !
तुझ्या पिरतीची रानी मी होणार नाय !

ग तुझं टप्पोरं डोलं जसं कोल्याचं जालं
माझं कालिज घोळं, त्यात मासोली झालं
माझ्या प्रीतिचा सुटलाय तुफान वारा वारा वारा
रं नगं दावूस भलताच तोरा, जा रं गुमान साळसूद चोरा
तुझ्या नजरंच्या जादूला अशी मी भुलणार नाय

रं माझ्या रूपाचा ऐना, तुझ्या जिवाची दैना
मी रं रानाची मैना, तुझा शिकारी बाणा
खुळा पारधी ग जाळ्यामंदी आला आला आला
ग तुला रुप्याची नथ मी घालीन
ग तुला मिरवत मिरवत नेईन
तुज्या फसव्या या जाल्याला अशी मी गावनार नाय

गोमू संगतीनं माझ्या तू येशील काय ?
आरं संगतीनं तुझ्या मी येणार ......हाय !
तुझ्या पिरतिची रानी मी होनार हाय !

गीतकार: सुधीर मोघे
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायक-गायिका: हेमंत कुमार, आशा भोसले
चित्रपट: हा खेळ सावल्यांचा

गुरुवार, २५ जुलै, २०१३

ऐ मेरे प्यारे वतन...



ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन तुझ पे दिल कुर्बान।
तू ही मेरी आरजू तू ही मेरी आबरू तू ही मेरी जान ॥धृ॥

तेरे दामन से जो आये उन हवा-ओंको सलाम
चूम् लूँ मैं उस ज़ुबाँ को जिसपे आये तेरा नाम
सबसे प्यारी सुबह तेरी सबसे रंगीं तेरी शाम
तुझपे दिल् कुर्बान ॥१॥

माँ का दिल बनके कभी सीने से लग जाता है तू
और कभी नन्ही सी बेटी बन के याद आता है तू
जितना याद आता है मुझको उतना तड़पाता है तू
तुझ पे दिल कुर्बान॥२॥

छोड़ कर तेरी ज़मींको दूर आ पहुंचे हैं हम
फिर भी है येही तमन्ना तेरे जर्रों की कसम
हम जहां पैदा हुये उस जगह ही निकले दम
तुझ पे दिल कुर्बान ॥३॥

गीतकार: प्रेम धवन
संगीतकार: सलील चौधरी
गायक: मन्ना डे
चित्रपट: काबुलीवाला

इक परदेसी मेरा दिल ले गया...



इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा गम दे गया

कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अखियों में आसूं दे गया

मेरे परदेसीयों की यही हैं निशानी
अखियां बिलोर की, शीशे की जवानी
ठण्डी ठण्डी आहों का सलाम दे गया

ढुँढ रहे तुझे लाखो दिलवाले
कर दें ओ गोरी जरा ऑंखो सें उजाले
ऑंखों का उजाला परदेसी ले गया

उस को बुला दूँ, सामने ला दूँ
क्या मुझे दोगी जो तुम से मिला दूँ
जो भी मेरे पास था वो सब ले गया

गीतकार:कमर जलालाबादी
संगीतकार: ओ.पी.नय्यर
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,आशा भोसले
चित्रपट: फागुन


है अपना दिल तो आवारा....



है अपना दिल तो आवारा, न जाने किस पे आयेगा

हसीनों ने बुलाया, गले से भी लगाया
बहुत समझाया, यही न समझा
बहुत भोला है बेचारा, न जाने किस पे आयेगा
है अपना दिल तो आवारा ...

अजब है दीवाना, न घर ना ठिकाना
ज़मीं से बेगाना, फलक से जुदा
ये एक टूटा हुआ तारा, न जाने किस पे आयेगा
है अपना दिल तो आवारा ...

ज़माना देखा सारा, है सब का सहारा
ये दिल ही हमारा, हुआ न किसी का
सफ़र में है ये बंजारा, न जाने किस पे आयेगा
है अपना दिल तो आवारा ...

हुआ जो कभी राज़ी, तो मिला नहीं काज़ी
जहाँ पे लगी बाज़ी, वहीं पे हारा
ज़माने भर का नाकारा, न जाने किस पे आयेगा
है अपना दिल तो आवारा ...


है अपना दिल तो आवारा
न जाने किस पे आएगा ...

(रुकेगा न रुका है न जाने धुन ही क्या है
कभी ये रस्ता है कभी वो रस्ता) - २
फिरे है दर बदर मारा
न जाने किस पे आएगा ...

(किसीसे ये मिला था बताए कोई क्या था
बेदारी का समा था के था वो सपना) - २
ख़ुद अपने दर्द से हारा
न जाने किस पे आएगा ...

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: एस.डी बर्मन
गायक: हेमंत कुमार
चित्रपट: सोलवा साल

बुधवार, २४ जुलै, २०१३

आपके पहलू में आकर रो दिये...




आपके पहलू मे आकर रो दिये
दास्तान-ए-गम सुनाकर रो दिये

जिंदगी ने कर दिया जब भी उदास
आ गये घबरा के हम मंझिल के पास
सर झुकाया, सर झुकाकर रो दिये
आपके पहलू मे आकर रो दिये


शाम जब आंसू बहाती आ गयी
हर तरफ गम की उदासी छा गयी
दीप यादों के जलाकर रो दिये
आपके पहलू मे आकर रो दिये

गम उदासी का सहा जाता नहीं
आपके बिन अब रहा जाता नहीं
प्यार में क्या-क्या गंवाकर रो दिये
दास्तान-ए-गम सुनाकर रो दिये
आपके पहलू मे आकर रो दिये


गीतकार: राजा मेहदी अली खान
संगीतकार: मदन मोहन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: मेरा साया

मंगळवार, २३ जुलै, २०१३

अय मेरी जोहरा जबीं...





अय मेरी जोहरा जबीं, तुझे मालूम नही
तू अभी तक है हॅंसी और मैं जवान
तुझपे कुरबान मेरी जान मेरी जान

ये शोखियॉं ये बॉंकपन
जो तुझमें है कही नही
दिलो को जीतने का फन
जो तुझमें है कही नही
मैं तेरी, मैं तेरी ऑंखो में पा गया दो जहॉं
अय मेरी जोहरा जबीं, तुझे मालूम नही
तू अभी तक है हॅंसी और मैं जवान
तुझपे कुरबान मेरी जान मेरी जान

तू मीठे बोल जानेमन
जो मुस्कुराके बोल दे
तो धडकनो में आज भी
शराबी रंग घोल दे
ओ सनम, ओ सनम मैं तेरा आशिके-जॉंविदां
अय मेरी जोहरा जबीं, तुझे मालूम नही
तू अभी तक है हॅंसी और मैं जवान
तुझपे कुरबान मेरी जान मेरी जान

गीतकार: साहिर लुधियानवी
संगीतकार: रवि
गायक: मन्ना डे
चित्रपट: वक्त

ये रात भीगी-भीगी...



ये रात भीगी-भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे-धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा
क्यों आग सी लगा के, गुमसुम हैं चांदनी
सोने भी नहीं देता, मौसम का ये इशारा

इठलाती हवा, नीलम सा गगन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यों बेचैन हैं दिल
जीवन में ना जाने क्या हैं कमी
क्यों आग सी लगा के, गुमसुम हैं चांदनी
सोने भी नहीं देता, मौसम का ये इशारा
ये रात भीगी-भीगी...

जो दिन के उजाले में ना मिला
दिल ढूंढें ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूंढ रही हूँ अपने को
ये रात भीगी-भीगी...

ऐसे में कहीं क्या कोई नहीं
भूले से जो हम को याद करे
एक हलकी सी मुसकान से जो
सपनों का जहां आबाद करे
ये रात भीगी-भीगी...

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: शंकर-जयकिशन
गायक-गायिका: मन्ना डे, लता मंगेशकर
चित्रपट: चोरी चोरी

झिमझिम झरती श्रावणधारा...




झिमझिम झरती श्रावणधारा धरतीच्या कलशात
प्रियाविण उदास वाटे रात

बरस बरस तू मेघा रिमझिम, आज यायचे माझे प्रियतम
आतुरलेले लोचन माझे बघती अंधारात

प्रासादी या जिवलग येता, कमळमिठीमधे भृंग भेटता
बरस असा की प्रिया न जाइल माघारी दारात

मेघा असशी तू आकाशी, वर्षातुन तू कधी वर्षसी
वर्षामागुन वर्षति नयने करती नित्‌ बरसात

गीतकार: मधुकर जोशी
संगीतकार: दशरथ पुजारी
गायिका: सुमन कल्याणपूर

सोमवार, २२ जुलै, २०१३

रैना बीती जाये...





रैना बीती जाये, श्याम न आये
निंदिया न आये, निंदिया न आये

शाम को भूला, श्याम का वादा
संग दीये के, जागे राधा
निंदिया न आये, निंदिया न आये
रैना बीती जाये...

किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस बैरन से लागी नज़रिया
निंदिया न आये, निंदिया न आये
रैना बीती जाये..

बिरहा की मारी, प्रेम दीवानी
तन मन प्यासा, अंखियों में पानी
निंदिया न आये, निंदिया न आये
रैना बीती जाये...



गीतकार: आनंद बक्षी
संगीतकार: आर.डी. बर्मन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: अमर प्रेम

अमृताहुनी गोड नाम तुझे देवा...





अमृताहुनी गोड नाम तुझे देवा ।
मन माझे केशवा का बा न घे ॥१॥

सांग पंढरीराया काय करु यांसी ।
का रूप ध्यानासी न ये तुझे ॥२॥

किर्तनी बैसता निद्रे नागविले ।
मन माझे गुंतले विषयसुखा ॥३॥

हरिदास गर्जती हरिनामाच्या कीर्ती ।
न ये माझ्या चित्‍ती नामा म्हणे ॥४॥

रचनाकार: संत नामदेव
संगीतकार: बाळ माटे
गायिका: माणिक वर्मा

रविवार, २१ जुलै, २०१३

जाओ रे जोगी तुम जाओ रे...


जाओ रे जोगी तुम जाओ रे
ये हैं प्रेमिओं की नगरी, यहां प्रेम ही हैं पूजा

प्रेम की पीडा सच्चा सुख हैं
प्रेम बीना ये जीवन दुःख हैं, जाओ रे ...

जीवनसे कैसा छुटकारा
हैं नदिया के साथ किनारा, जाओ रे ...

ज्ञान की कैसी सीमा ज्ञानी
गागर में सागर का पानी, जाओ रे ...

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर-जयकिशन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: आम्रपाली

शनिवार, २० जुलै, २०१३

यूँ हसरतों के दाग़...



यूँ हसरतों के दाग़ मुहब्बत में धो लिये
खुद दिल से दिल की बात कही और रो लिये

घर से चले थे हम तो खुशी की तलाश में
ग़म राह में खड़े थे वही साथ हो लिये
खुद दिल से...

मुरझा चुका है फिर भी ये दिल फूल ही तो है
अब आप की ख़ुशी से काँटों में सो लिये
खुद दिल से...

होंठों को सी चुके तो ज़माने ने ये कहा
ये चुप सी क्यों लगी है अजी कुछ तो बोलिये
खुद दिल से...

गीतकार: राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार: मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: अदालत

वो जब याद आये...


वो जब याद आये, बहोत याद आये
गम-ए-जिन्दगी के, अँधेरे में हम हैं
चराग-ए-मोहब्बत जलाए, बुझाए

आहटे जाग उठी, रास्ते हँस दिए
थामकर दिल उठे, हम किसी के लिए
कई बार ऐसा भी धोखा हुआ हैं
चले आ रहे है, वो नज़रे झुकाए

दिल सुलगने लगा, अश्क बहने लगे
जाने क्या क्या हमे, लोग कहने लगे
मगर रोते रोते हँसी आ गयी हैं
खयालों में आ के वो जब मुस्कुराये

वो जुदा क्या हुए, जिन्दगी खो गयी
शम्मा जलती रही, रोशनी खो गयी
बहूत कोशिशें की, मगर दिल ना बहला
कई साज छेड़े, कई गीत गाए

गीतकार: फारूक कैसर
संगीतकार: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,लता मंगेशकर
चित्रपट: पारसमणी

आप की नज़रों ने समझा...


आप की नज़रों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गयी मंझील मुझे

जी हमे मंजूर है, आप का ये फैसला
कह रही हैं हर नजर, बन्दा परवर शुक्रिया
हँस के अपनी जिन्दगी में, कर लिया शामिल मुझे

आप की मंझील हूँ मैं, मेरी मंझील आप है
क्यों मैं तूफ़ां से डरू, मेरा साहिल आप है
कोई तूफानोंसे कह दे, मिल गया साहिल मुझे

पड गयी दिल पर मेरे, आप की परछाईयाँ
हर तरफ बजने लगी, सेकड़ों शहनाईयां
दो जहां की आज खुशियाँ, हो गयी हासिल मुझे


गीतकार: राजा मेहदी अली खान
संगीतकार: मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: अनपढ

रहे ना रहे हम....


 
रहे ना रहे हम महका करेंगे
बन के कली, बन के सबा, बाग-ए-वफ़ा में

मौसम कोई हो इस चमन में रंग बन के रहेंगे हम खिरामा
चाहत की खुशबू यू ही ज़ुल्फों से उड़ेगी, खीजा हो या बहारें
यूँ ही झूमते और खिलते रहेंगे, बन के कली..

खोये हम ऐसे, क्या हैं मिलना, क्या बिछड़ना नहीं हैं याद हम को
कूंचे में दिल के जब से आये सिर्फ़ दिल की ज़मीं हैं याद हम को
इसी सरजमीं पे हम तो रहेंगे, बन के कली..

जब हम ना होंगे, जब हमारी खाँक़ पे तुम रुकोगे चलते चलते
अश्कों से भीगी चाँदनी में इक सदा सी सुनोगे चलते चलते
वही पे कही, हम तुम से मिलेंगे, बन के कली..

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: रोशन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: ममता

शुक्रवार, १९ जुलै, २०१३

मोसे छल किये जाय...




मोसे छल किये जाय,
हाय रे हाय हाय देखो सैंया बेइमान
सैंया बेइमान
मोसे छल, मोसे छल, मोसे छल किये जाय, हाय रे हाय हाय देखो... हाँ
सैंया बेइमान

समझाके मैं तो हारी
धमकाया दी नी गारी
नीनी नीनी रेरे गग मम पप धनी सा सा सा
समझाके मैं तो हारी
हाँ धमकाया दी नी गारी,
और करूँ भी क्या
देखो मोरा जियरा  हाँ जियरा तड़पाय, जियरा तड़पाय
मोहे हाय हाय देखो सैंया बेइमान
मोसे छल, मोसे छल, मोसे छल किये जाय, हाय रे हाय हाय देखो सैंया
बेइमान

मन का है बैरी काला, दिल जिसे दे डाला,
नीनी नीनी रेरे गग मम पप धनी  सा सा सा
मन का है बैरी काला,
हाँ दिल जिसे दे डाला
प्रीत मोरी पल पल रोये
तड़पाय तड़पाय तरसाय, तड़पाय तरसाय
मोहे हाय हाय देखो सैंया बेइमान
मोसे छल हाँ, मोसे छल, मोसे छल किये जाय, हाय रे हाय हाय देखो
हाँ सैंया बेइमान
(देखो सैंया बेइमान)\-२
मोसे छल किये जाय, देखो सैंया बेइमान
हाँ हॉं बेइमान, हाँ बेइमान

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: गाईड

गुरुवार, १८ जुलै, २०१३

सॉंवरे सॉंवरे ...



सॉंवरे सॉंवरे  जाओ
सॉंवरे सॉंवरे
काहे मोसे करो जोराजोरी
बयां ना मरोडो मोरी,
दुंगी, दुंगी गारी हटो जाओ जी
सॉंवरे सॉंवरे

संग ना सहेली, आयी थी अकेली
अब ना जात है मोरे श्याम
रोको ना डगर मोरी
सॉंवरे सॉंवरे

मुरली बजाओ, गैंया चराओ
हमरी गेंद छोडो हे छैल
मिलो जब आवे होरी
सॉंवरे सॉंवरे

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: पंडित रवि शंकर
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: अनुराधा

नैनो में बदरा छाये...


नैनो में बदरा छाये, बिजली सी चमके हाये
ऐसे में बलम मोहे, गरवा लगा ले

मदिरा में डूबी अखियाँ, चंचल हैं दोनों सखियाँ
छलती रहेगी तोहे, पलकों की प्यारी पखियाँ
शरमाके देंगी तोहे, मदिरा के प्याले

प्रेमदिवानी हूँ मैं, सपनों की रानी हूँ मैं
पिछले जनम से तेरी, प्रेम कहानी हूँ मैं
आ इस जनम में भी तू, अपना बना ले

गीतकार: राजा मेहदी अली खान
संगीतकार: मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: मेरा साया

बुधवार, १७ जुलै, २०१३

तेरे सूर और मेरे गीत...


तेरे सूर और मेरे गीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत 

धड़कन में तू हैं समाया हुआ, ख़यालों में तू ही तू छाया हुआ
दुनिया के मेले में लाखों मिले, मगर तू ही तू दिल को भाया हुआ
मैं तेरी जोगन तू मेरा मीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत

मुझ को अगर भूल जाओगे तुम, मुझ से अगर दूर जाओगे तुम
मेरी मोहब्बत में तासीर हैं, तो खींचके मेरे पास आओगे तुम
देखो हमारी होगी जीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत 

गीतकार: भरत व्यास
संगीतकार: वसंत देसाई
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: गुंज उठी शहनाई

मेरा जूता है जापानी...



मेरा जूता है जापानी ये पतलून इंगलिश्तानी
सर पे लाल टोपी रूसी फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी

निकल पड़े हैं खुल्ली सड़क पर अपना सीना ताने
मंजिल कहाँ, कहाँ रुकना है,उपरवाला जाने
बढ़ते जाए हम सैलानी, जैसे एक दरिया तूफानी
सर पे लाल टोपी रूसी

ऊपर-नीचे नीचे-ऊपर लहर चले जीवन की
नादान है जो बैठ किनारे, पूछे राह वतन की
चलना जीवन की कहानी, रुकना मौत की निशानी
सर पे लाल टोपी रूसी

होंगे राजे राजकुंवर हम बिगडे दिल शहज़ादे
हम सिंघासन पर जा बैठें जब जब करें इरादे
सूरत है जानी पहचानी दुनिया वालों को हैरानी
सर पे लाल टोपी रूसी


गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर-जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: श्री ४२०

मंगळवार, १६ जुलै, २०१३

ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश्वर...




ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश्वर सामोरी बसले
मला हे दत्‍तगुरू दिसले

माय उभी ही गाय हो‍उनी, पुढे वासरू पाहे वळुनी
कृतज्ञतेचे श्वान बिचारे पायावर झुकले

चरण शुभंकर फिरता तुमचे, मंदिर बनले उभ्या घराचे
घुमटामधुनी हृदयपाखरू स्वानंदे फिरले

तुम्हीच केली सारी किमया, कृतार्थ झाली माझी काया
तुमच्या हाती माझ्या भवती औदुंबर वसले

गीतकार: जगदीश खेबूडकर
संगीतकार: सुधीर फडके
गायिका: आशा भोसले
चित्रपट: आम्ही जातो अमुच्या गावा