तुम तो,
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना
तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो
कितना हैं प्यार हमसे इतना बता दो
अंबर पे तारें जितने, इतना समझ लो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तेरी याद मुझे लूटे
कसमे तो खानेवाले होते हैं झूठे
चलो जाओ, हटो जाओ, दिल का दामन छोड़ो
तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो
आ के ना जाये कभी, ऐसी बहार हो
तुम भी हमारे लिए जीवन सिंगार हो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तू हैं, आँख के तिल में
तुम भी छूपी हो मेरे शीशा-ए-दिल में
ओ मेरे हमदम, मेरे हमदम, मेरी बात तो मानो
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना
तुम तो प्यार हो, सजनी
ओ सजना
तुम तो प्यार हो
मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू
काम नये नित गीत बनाना
गीत बना के जहा को सुनाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कविराज कहे
न ये ताज रहे
ना ये ये राज रहे
ना ये राज घराना
प्रीत और प्रीत का गीत रहे
कभी लूट सका ना कोई ये खजाना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू
धुल का एक बादल अलबेला
निकला हूँ अपने सफर मे अकेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
काहे मान करे
अभिमान करे
मेहमान तुझे, इक दिन तो है जाना
डफली उठा आवाज मिला
गा मिल के मेरे संग प्रेम तराना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम
गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: जिस देशमे गंगा बहती है
घन रानी साजणा !
मी कशी तुझ्यासवे
चुकले वाट रे, सांग ना
घन रानी साजणा !
भिरभिर वार्याची
थरथर पाण्याची
अवखळ सजणी मी
मनभर गाण्याची
तरी बाई सूर नवनवे
सुखद मधुर वाटतात हवे, या मना
घन रानी साजणा !
मधुमय समय असा
बहरुन कुंज हसे
तरळत गंध नवा
वय ते लावी पिसे
इथे तिथे गोड निळेपण
बावरते मन साद घालि कोण, यौवना ?
घन रानी साजणा !
किती अधिर अधिर भाषा प्रीतीची
मन माझे, मन माझे, मन बोलत नाही ग माझे
किती लाजे, किती लाजे, वेडे लाजरे मन ग माझे
एक शपथ शपथ त्याला भीतीची
हृदया रे, अदया रे, बोल ना
घन रानी साजणा !
गीतकार: शांता शेळके
संगीतकार: श्रीधर फडके
गायिका आशा भोसले
जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये
कभी तो हसाये, कभी ये रुलाये
कभी देखो मन नहीं जागे
पीछे पीछे सपनों के भागे
एक दिन सपनों का राही
चला जाये सपनों से आगे कहा
जिन्हों ने सजाये यहा मेले
सुख दुख संग संग झेले
वही चुनकर खामोशी
यूँ चले जाये अकेले कहा
गीतकार: योगेश
संगीतकार: सलिल चौधरी
गायक: मन्ना डे
चित्रपट आनंद
माझ्या लग्नानंतर, पहिल्याच मंगळागौरीला रात्र जागवतांना माझ्या पत्नीने तिच्या सुरेल आवाजात हे गाणं म्हटलं होतं...तिच्याच तोंडून हे गाणं मी पहिल्यांदा ऐकलं...आणि मग पुढे कधीतरी मूळ गाणं लताबाईंच्या आवाजात ऐकलं...पण मला माझ्या पत्नीने गायलेलंच गाणं जास्त आवडलं होतं...साथीला कोणतंही वाद्य नसतांना तिने गायलेलं, ते गाणं केवळ अप्रतिमच होतं....
ह्या गाण्यात पियाला सागर, सावन वगैरे काय काय संबोधलेलं आहे...हे सगळं ऐकून त्यावेळचा मी..अवघा ५२किलोचा जीव...कसला भारावून गेलो होतो. :ड
तरीही स्वत:ला दुय्यम समजून बायकोने नवर्याला इतकं चढवणं मला व्यक्तिश: पटत नाही.
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर
मुझे मेरी नींदे
मुझे मेरी नींदे, मेरा चैन दे दो
मुझे मेरे सपनों की एक रैन दे दो ना
यही बात पहले,
यही बात पहले भी तुम से कही थी
वोही बात फिर आज दोहरा रही हूँ
पिया तुम हो सागर
तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हारी मेहेक से मेहेकने लगे तन
मेहेकने लगे तन
मेरे पास आओ
मेरे पास आओ, गले से लगाओ
पिया और तुमसे मैं क्या चाहती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर
मुरलिया समझ कर
मुरलिया समझ कर, मुझे तुम उठा लो
बस एक बार होठों से अपने लगा लो ना
एक बार होठों से अपने लगा लो ना
कोई सूर तो जागे
कोई सूर तो जागे मेरी धडकनो में
के मैं अपनी सरगम से रूठी हुई हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन - (२)
प्यार करने वाले अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल जल मरेंगे
दिल से जो धड़के हैं वो दिल हरदम ये कहेंगे
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल
ओ मेरे हमराही, मेरी बाँह थामे चलना,
बदले दुनिया सारी, तुम ना बदलना
प्यार हमे भी सिखला देगा, गरदिश में सम्भलना,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल
दूरियाँ अब कैसी, अरे शाम जा रही है,
हमको ढलते ढलते समझा रही है,
आती जाती साँस जाने कब से गा रही है
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल
गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: किशोर कुमार,लता मंगेशकर
चित्रपट: गाईड
तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार हैं
ख्वाब चुन रही हैं रात बेकरार हैं
होंठ पे लिए हुए, दिल की बात हम
जागते रहेंगे और, कितनी रात हम..
मुफ्तसर सी बात है, तुम से प्यार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं.. ..
दिल बहल तो जाएगा, इस ख़याल से
हाल मिल गया तुम्हारा, अपने हाल से
रात ये करार की, बेकरार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं .. ..
गीतकार: गुलजार
संगीतकार आणि गायक: हेमंत कुमार
चित्रपट: खामोशी
ना तुम हमे जानो, ना हम तुम्हे जाने
मगर लगता हैं, कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया
ये मौसम ये रात चुप हैं
दो होठों की बात चुप हैं
खामोशी सुनाने लगी, हैं दास्ताँ
नजर बन गयी हैं, दिल की जबॉं
मोहब्बत के मोड़ पे हम
मिले सब को छोड़ के हम
धड़कते दिलों का लेके, ये कारवां
चले आज दोनों जाने कहा?
गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: हेमंत कुमार, सुमन कल्याणपूर
चित्रपट: बात एक रात की