शनिवार, ३१ ऑगस्ट, २०१३

तुम तो प्यार हो...




तुम तो,
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना

तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो

कितना हैं प्यार हमसे इतना बता दो
अंबर पे तारें जितने, इतना समझ लो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तेरी याद मुझे लूटे
कसमे तो खानेवाले होते हैं झूठे
चलो जाओ, हटो जाओ, दिल का दामन छोड़ो
तुम तो प्यार हो, सजनी
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो

आ के ना जाये कभी, ऐसी बहार हो
तुम भी हमारे लिए जीवन सिंगार हो
सच ? मेरी कसम ?
तेरी कसम तू हैं, आँख के तिल में
तुम भी छूपी हो मेरे शीशा-ए-दिल में
ओ मेरे हमदम, मेरे हमदम, मेरी बात तो मानो
तुम तो प्यार हो, सजना
मुझे तुम से प्यारा और ना कोई
तुम तो प्यार हो, सजना
तुम तो प्यार हो, सजनी
ओ सजना
तुम तो प्यार हो

गीतकार: हसरत जयपूरी
संगीतकार: रामलाल
गायक-गायिका: मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर
चित्रपट: सेहरा

मेरा नाम राजू....




मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू

काम नये नित गीत बनाना
गीत बना के जहा को सुनाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कोई ना मिले तो अकेले मे गाना
कविराज कहे
न ये ताज रहे
ना ये ये राज रहे
ना ये राज घराना
प्रीत और प्रीत का गीत रहे
कभी लूट सका ना कोई ये खजाना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू

धुल का एक बादल अलबेला
निकला हूँ अपने सफर मे अकेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
चूप चूप देखू मैं दुनिया का मेला
काहे मान करे
अभिमान करे
मेहमान तुझे, इक दिन तो है जाना
डफली उठा आवाज मिला
गा मिल के मेरे संग प्रेम तराना
मेरा नाम राजू घराना अनाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम राजू घराना अनाम
बहती है गंगा जहॉं मेरा धाम
मेरा नाम

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: जिस देशमे गंगा बहती है

शुक्रवार, ३० ऑगस्ट, २०१३

गगन, सदन तेजोमय...




गगन, सदन तेजोमय
तिमिर हरून करुणाकर
दे प्रकाश, देई अभय

छाया तव, माया तव
हेच परम पुण्यधाम
वार्‍यांतून, तार्‍यांतून
वाचले तुझेच नाम
जग, जीवन, जनन, मरण
हे तुझेच रूप सदय

वासंतिक कुसुमांतून
तूच मधुर हासतोस
मेघांच्या धारांतून
प्रेमरूप भासतोस
कधि येशील चपलचरण
वाहिले तुलाच हृदय

भवमोचन हे लोचन
तुजसाठी दोन दिवे
कंठातील स्वर मंजुळ
भावमधूर गीत नवे
सकल-शरण, मनमोहन
सृजन तूच, तूच विलय


गीतकार: वसंत बापट
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: उंबरठा

सोमवार, २६ ऑगस्ट, २०१३

घन रानी साजणा...



घन रानी साजणा !
मी कशी तुझ्यासवे
चुकले वाट रे, सांग ना
घन रानी साजणा !

भिरभिर वार्‍याची
थरथर पाण्याची
अवखळ सजणी मी
मनभर गाण्याची
तरी बाई सूर नवनवे
सुखद मधुर वाटतात हवे, या मना
घन रानी साजणा !

मधुमय समय असा
बहरुन कुंज हसे
तरळत गंध नवा
वय ते लावी पिसे
इथे तिथे गोड निळेपण
बावरते मन साद घालि कोण, यौवना ?
घन रानी साजणा !

किती अधिर अधिर भाषा प्रीतीची
मन माझे, मन माझे, मन बोलत नाही ग माझे
किती लाजे, किती लाजे, वेडे लाजरे मन ग माझे
एक शपथ शपथ त्याला भीतीची
हृदया रे, अदया रे, बोल ना
घन रानी साजणा !

गीतकार: शांता शेळके
संगीतकार: श्रीधर फडके
गायिका आशा भोसले

सांज ये गोकुळी...



सांज ये गोकुळी, सावळी सावळी
सावळ्याची जणू साउली
.
धूळ उडवीत गाई निघाल्या
श्याम रंगात वाटा बुडाल्या
परतती त्यासवे, पाखरांचे थवे
पैल घंटा घुमे राऊळी

पर्वतांची दिसे दूर रांग
काजळाची जणू दाट रेघ
होई डोहातले चांदणे सावळे
भोवती सावळ्या चाहुली

माउली सांज अंधार पान्हा
विश्व सारे जणू होय कान्हा
मंद वार्‍यावरी वाहते बासरी
अमृताच्या जणू ओंजळी

गीतकार: सुधीर मोघे
संगीतकार: श्रीधर फडके
गायिका: आशा भोसले
चित्रपट: वजीर

रस्म-ए-उल्फ़त ...



रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं तो निभाएं कैसे
हर तरफ़ आग है दामन को बचाएं कैसे
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

दिल की राहों में उठते हैं जो दुनिया वाले -२
कोई कह दे के वोह दीवार गिराएं कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

दर्द में डूबे हुए नग़मे हज़ारों हैं मगर -२
साज़-ए-दिल टूट गया हो तो सुनाए कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

बोझ होता जो ग़मों का तो उठा भी लेते -२
ज़िंदगी बोझ बनी हो तो उठाएं कैसे -२
रस्म-ए-उल्फ़त को निभाएं...

गीतकार: नक्श लायलपूरी
संगीतकार : मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट:  दिल कॊ राहें

रविवार, २५ ऑगस्ट, २०१३

जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये ...





जिंदगी, कैसी हैं पहेली हाये 
कभी तो हसाये, कभी ये रुलाये 

कभी देखो मन नहीं जागे
पीछे पीछे सपनों के भागे
एक दिन सपनों का राही
चला जाये सपनों से आगे कहा

जिन्हों ने सजाये यहा मेले
सुख दुख संग संग झेले 
वही चुनकर खामोशी
यूँ चले जाये अकेले कहा

गीतकार: योगेश
संगीतकार: सलिल चौधरी
गायक: मन्ना डे
चित्रपट आनंद

शनिवार, २४ ऑगस्ट, २०१३

पिया तुम हो सागर...



माझ्या लग्नानंतर, पहिल्याच मंगळागौरीला रात्र जागवतांना माझ्या पत्नीने तिच्या सुरेल आवाजात हे गाणं म्हटलं होतं...तिच्याच तोंडून हे गाणं मी पहिल्यांदा ऐकलं...आणि मग पुढे कधीतरी मूळ गाणं लताबाईंच्या आवाजात ऐकलं...पण मला माझ्या पत्नीने गायलेलंच गाणं जास्त आवडलं होतं...साथीला कोणतंही वाद्य नसतांना तिने गायलेलं, ते गाणं केवळ अप्रतिमच होतं....
ह्या गाण्यात पियाला सागर, सावन वगैरे काय काय संबोधलेलं आहे...हे सगळं ऐकून त्यावेळचा मी..अवघा ५२किलोचा जीव...कसला भारावून गेलो होतो.  :ड
तरीही स्वत:ला दुय्यम समजून बायकोने नवर्‍याला इतकं चढवणं मला व्यक्तिश: पटत नाही.

तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर

मुझे मेरी नींदे
मुझे मेरी नींदे, मेरा चैन दे दो
मुझे मेरे सपनों की एक रैन दे दो ना
यही बात पहले,
यही बात पहले भी तुम से कही थी
वोही बात फिर आज  दोहरा रही हूँ
पिया तुम हो सागर

तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हें छु के पल में बनी धूल चंदन
तुम्हारी मेहेक से मेहेकने लगे तन
मेहेकने लगे तन
मेरे पास आओ
मेरे पास आओ, गले से लगाओ
पिया और तुमसे मैं क्या चाहती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर

मुरलिया समझ कर
मुरलिया समझ कर, मुझे तुम उठा लो
बस एक बार होठों से अपने लगा लो ना
एक बार होठों से अपने लगा लो ना
कोई सूर तो जागे
कोई सूर तो जागे मेरी धडकनो में
के मैं अपनी सरगम से रूठी हुई हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे
के जैसे  युगों से तुम्हें जानती हूँ
अगर तुम हो सागर,
अगर तुम हो सागर, मैं प्यासी नदी हूँ
अगर तुम हो सावन, मी जलती कली हूँ
पिया तुम हो सागर

गीतकार: नक्श लायलपूरी
संगीतकार: जयदेव
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: तुम्हारे लिये

मंगळवार, २० ऑगस्ट, २०१३

रात्रीस खेळ चाले ...



रात्रीस खेळ चाले या गूढ चांदण्याचा
संपेल ना कधीही हा खेळ सावल्यांचा

हा चंद्र ना स्वयंभू रवीतेज वाहतो हा
ग्रहणात सावल्यांचा अभिशाप भोगतो हा
प्रीतीस होय साक्षी हा दूत चांदण्यांचा

आभास सावली हा असतो खरा प्रकाश
जे सत्य भासती ते असती नितांत भास
हसतात सावलीला हा दोष आंधळ्यांचा

या साजिर्‍या क्षणाला का आसवें दिठीत
मिटतील सर्व शंका उबदार या मिठीत
गवसेल सूर आपुल्या या धुंद जीवनाचा

गीतकार: सुधीर मोघे
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायक: महेंद्र कपूर
चित्रपट: हा खेळ सावल्यांचा

रविवार, १८ ऑगस्ट, २०१३

तुज मागतो मी आता





तुज मागतो मी आता
मज द्यावे एकदंता

तुझे ठायी माझी भक्‍ति
विरुठावी गणपती
तुझे ठायी ज्याची प्रीती
त्याची घडावी संगती

धरणीधरा ऐसे द्यावे
सर्वांभूती लीन व्हावे
तुज शरण शरण शरण
आलो पतित मी जाण

तुझा अपराधी मी खरा
आहे इक्षुचापधरा
माझी येऊ दे करुणा
तुजलागी गजानना

गीतकार: रामकृष्ण बाबू सोमयाजी
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: लता मंगेशकर

घन घन माला नभी दाटल्या ...


घन घन माला नभी दाटल्या कोसळती धारा
केकारव करी मोर काननी उभवून उंच पिसारा

कालिंदीच्या तटी श्रीहरी
तशात घुमवी धुंद बासरी
एक अनामिक सुगंध येतो ओल्या अंधारा

वर्षाकालिन सायंकाळी
लुकलुक करिती दिवे गोकुळी
उगाच त्यांच्या पाठिस लागे भिरभिरता वारा

कृष्णविरहिणी कोणी गवळण
तिला अडविते कवाड, अंगण
अंगणी अवघ्या तळे साचले, भिडले जल दारा

गीतकार: ग.दि.माडगूळकर
संगीतकार: वसंत पवार:
गायक: मन्ना डे
चित्रपट: वरदक्षिणा

बुधवार, १४ ऑगस्ट, २०१३

गाता रहे मेरा दिल....




गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन - (२)

प्यार करने वाले अरे प्यार ही करेंगे
जलने वाले चाहे जल जल मरेंगे
दिल से जो धड़के हैं वो दिल हरदम ये कहेंगे
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल

ओ मेरे हमराही, मेरी बाँह थामे चलना,
बदले दुनिया सारी, तुम ना बदलना
प्यार हमे भी सिखला देगा, गरदिश में सम्भलना,
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल


दूरियाँ अब कैसी, अरे शाम जा रही है,
हमको ढलते ढलते समझा रही है,
आती जाती साँस जाने कब से गा रही है
कहीं बीतें ना ये रातें, कहीं बीतें ना ये दिन
गाता रहे मेरा दिल, तू ही मेरी मंज़िल


गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: किशोर कुमार,लता मंगेशकर
चित्रपट: गाईड

मंगळवार, १३ ऑगस्ट, २०१३

तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार हैं...





तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतज़ार हैं
ख्वाब चुन रही हैं रात  बेकरार हैं

होंठ पे लिए हुए, दिल की बात हम
जागते रहेंगे और, कितनी रात हम..
मुफ्तसर सी बात है, तुम से प्यार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं.. ..

दिल बहल तो जाएगा, इस ख़याल से
हाल मिल गया तुम्हारा, अपने हाल से
रात ये करार की, बेकरार हैं
तुम्हारा इंतज़ार हैं .. ..

गीतकार: गुलजार
संगीतकार आणि गायक: हेमंत कुमार
चित्रपट: खामोशी

ना तुम हमे जानो...




ना तुम हमे जानो, ना हम तुम्हे जाने
मगर लगता हैं, कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया

ये मौसम ये रात चुप हैं
दो होठों की बात चुप हैं
खामोशी सुनाने लगी, हैं दास्ताँ
नजर बन गयी हैं, दिल की जबॉं

मोहब्बत के मोड़ पे हम
मिले सब को छोड़ के हम
धड़कते दिलों का लेके, ये कारवां
चले आज दोनों जाने कहा?

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: हेमंत कुमार, सुमन कल्याणपूर
चित्रपट: बात एक रात की