सोमवार, ३० डिसेंबर, २०१३

कोई सागर दिल को बहलाता नही...





कोई सागर दिल को बहलाता नही
बेख़ुदी में भी करार आता नही

मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दू गम से घबराता नही

कल तो सब थे, कारवाँ के साथ साथ
आज कोई राह दिखलाता नही

जिंदगी के आईने को तोड़ दो
इस में अब कुछ भी नज़र आता नही

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: दिल दिया दर्द लिया

क्या से क्या हो गया...





क्या से क्या हो गया, बेवफा तेरे प्यार में
चाहा क्या, क्या मिला, बेवफा तेरे प्यार में

चलो सुहाना भरम तो टूटा
जाना के हुस्न क्या हैं
कहती हैं जिस को प्यार दुनियाँ
क्या चीज क्या बला हैं
दिल ने क्या ना सहा, बेवफा तेरे प्यार में

तेरे मेरे दिल के बीच अब तो
सदियों के फासले हैं
यकीं होगा किसे के हम तुम
एक राह संग चले हैं
होना है, और क्या, बेवफा तेरे प्यार में

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार : सचिन देव बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: गाईड

रविवार, २९ डिसेंबर, २०१३

हमे तुम से प्यार कितना...





हमे तुम से प्यार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

सूना गम जुदाई का, उठाते हैं लोग
जाने जिन्दगी कैसे, बिताते हैं लोग
दिन भी यहाँ तो लगे, बरस के समान
हमे इंतज़ार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

तुम्हें कोई और देखे, तो जलता हैं दिल
बड़ी मुश्किलों से फिर, संभलता हैं दिल
क्या, क्या जतन करते है, तुम्हे क्या पता
ये दिल बेकरार कितना, ये हम नहीं जानते
मगर जी नहीं सकते, तुम्हारे बीना

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: राहूल देव बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: कुदरत

शनिवार, २८ डिसेंबर, २०१३

मेरी भीगी भीगी सी...




मेरी भीगी भीगी सी, पलकों पे रह गए
जैसे मेरे सपने बिखर के
जले मन तेरा भी किसी के मिलन को
अनामिका, तू भी तरसे

तुझे बीन जाने, बीन पहचाने, मैंने हृदय से लगाया
पर मेरे प्यार के बदले में तूने, मुझ को ये दिन दिखलाया
जैसे बिरहा की रुत मैंने काटी, तड़प के आहें भर भर के
जले मन तेरा... ..

आग से नाता, नारी से रिश्ता, काहे मन समझ न पाया
मुझे क्या हुआ था, एक बेवफा पे हाय मुझे क्यों, प्यार आया
तेरी बेवफाई पे, हँसे जग सारा, गली गली गुजरे जिधर से
जले मन तेरा... .

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: राहूल देव बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: अनामिका

ओह रे ताल मिले नदी के जल में...


ओह रे ताल मिले नदी के जल में, नदी मिले सागर में
सागर मिले कौन से जल में, कोई जाने ना

सूरज को धरती तरसे, धरती को चंद्रमा
पानी में सीप जैसे प्यासी हर आत्मा
बूँद छूपी किस बादल में कोई जाने ना

अनजाने होठों पर क्यों पहचाने गीत हैं
कल तक जो बेगाने थे, जन्मों के मीत हैं
क्या होगा कौन से पल में कोई जाने ना

गीतकार: इंदिवर
संगीतकार: रोशन
गायक: मुकेश
चित्रपट: अनोखी रात

शुक्रवार, २७ डिसेंबर, २०१३

कभी अलविदा ना कहना...




चलते चलते, मेरे ये गीत याद रखना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना
रोते हँसते, बस यूँ ही तुम, गुनगुनाते रहना
कभी अलविदा ना कहना, कभी अलविदा ना कहना

प्यार करते करते, हम तुम कही खो जायेंगे
इन ही बहारों के, आँचल में थक के सो जायेंगे
सपनों को फिर भी, तुम यूँ ही सजाते रहना

बीच राह में दिलबर, बिछड जाए कही हम अगर
और सूनी सी लगे तुम्हें, जीवन की ये डगर
हम लौट आयेंगे, तुम यूँ ही बुलाते रहना

गीतकार: अमित खन्ना
संगीतकार: बप्पी लाहिरी
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट: चलते चलते

मंगळवार, १७ डिसेंबर, २०१३

ये रे घना, ये रे घना...





ये रे घना, ये रे घना
न्हाउ घाल माझ्या मना

फुले माझि अळुमाळु, वारा बघे चुरगळू
नको नको म्हणताना गंध गेला रानावना

टाकुनिया घरदार नाचणार, नाचणार
नको नको म्हणताना मनमोर भर राना

नको नको किती म्हणू, वाजणार दूर वेणू
बोलावतो सोसाट्याचा वारा मला रसपाना

गीतकार: आरती प्रभू
संगीतकार: हृदयनाथ मंगेशकर
गायिका: आशा भोसले