तोरा मन दर्पन कहलाये भले बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए मन ही देवता, मन ही ईश्वर मन से बड़ा ना कोय मन उजियारा, जब जब फैले जग उजियारा होए इस उजले, दर्पन पर प्रानी, धूल ना ज़मने पाए सुख की कलियाँ, दुःख के काँटे मन सब का आधार मन से कोई, बात छूपे ना मन के नैन हजार जग से चाहे, भाग ले कोई, मन से भाग ना पाए गीतकार: साहिर लुधियानवी संगीतकार: रवि गायिका: आशा भोसले चित्रपट: काजल
माझी,गाण्याची,स्वत:ची अशी वेगळी शैली आहे...आपल्याला आवडली तर आनंदच आहे...नाही आवडली तरी खंत नाही.
शुक्रवार, २१ फेब्रुवारी, २०१४
तोरा मन दर्पन कहलाये...
गुरुवार, २० फेब्रुवारी, २०१४
हम और तुम और ये समा क्या नशा नशा सा है...
हम, और तुम, और ये समा, क्या, नशा, नशा सा है बोलिये, ना बोलिये, सब, सुना, सुना सा है हम और तुम, और ये समा, क्या, नशा, नशा सा है बे करार से हो क्युं , हम को पास, आने भी दो गिर पडा जो हाथ से, वो रूमाल उठाने भी दो बन्ते, क्यूं हो, जाने भी दो, बन्ते, क्यूं हो, जाने भी दो हम, और तुम, और ये समा, क्या, नशा, नशा सा है बोलिये, ना बोलिये, सब, सुना, सुना सा है आज बात बात पे, आप क्यूं संभलने लगे थरथराये होठ क्यूं, अश्क क्यूं मचलने लगे लिपटे गेसू खुलने लगे, लिपटे गेसू खुलने लगे हम, और तुम, और ये समा, क्या, नशा, नशा सा है बोलिये, ना बोलिये, सब, सुना, सुना सा है गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी संगीतकार: उषा खन्ना गायक: मोहम्मद रफी चित्रपट: दिल देके देखो
मेरा दिल मचल गया तो मेरा क्या कसूर हैं...
आप के हसीन रुख़ पे आज नया नूर हैं मेरा दिल मचल गया तो मेरा क्या कुसूर हैं आप के निगाह ने कहा तो कुछ जुरूर हैं मेरा दिल मचल गया तो मेरा क्या कुसूर हैं खुली लटों की छाँव में खिला खिला ये रूप हैं घटा से जैसे छन रही, सुबह सुबह की धूप हैं जिधर नज़र मुड़ी, उधर सुरूर ही सुरूर हैं झूकी झूकी निगाह में भी हैं बला की शौखियाँ दबी दबी हसी में भी तड़प रही हैं बिजलियाँ शबाब आप का नशे में खुद ही चूर चूर हैं जहाँ जहाँ पड़े कदम वहा फ़िज़ा बदल गयी के जैसे सरबसर बहार आप ही में ढल गयी किसी में ये कशिश कहा जो आप में हुजूर हैं गीतकार: अंजान संगीतकार: ओ.पी नय्यर गायक: मोहम्मद रफी चित्रपट: बहारें फिर भी आयेंगी
मंगळवार, १८ फेब्रुवारी, २०१४
हम छोड़ चले हैं महफ़िल को ...
हम छोड़ चले हैं महफ़िल को याद आये कभी तो मत रोना इस दिल को तसल्ली दे लेना घबराये कभी तो मत रोना एक खाब सा देखा था हमने जब आँख खुली तो टूट गया ये प्यार तुम्हें सपना बनकर तडपाये कभी तो मत रोना तुम मेरे ख़यालों में खोकर बरबाद ना करना जीवन को जब कोई सहेली बात तुम्हें समझाये कभी तो मत रोना जीवन के सफ़र में तनहाई मुझको तो ना ज़िंदा छोड़ेगी मरने की खबर ऐ जान-ए-जिगर मिल जाये कभी तो मत रोना गीतकार: हसरत जयपूरी संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी गायक: मुकेश चित्रपट: जी चाहता हैं
सोमवार, १७ फेब्रुवारी, २०१४
मन रे तू काहे ना धीर धरे...
मन रे तू काहे ना धीर धरे वो निरमोही मोह ना जाने, जिनका मोह करे इस जीवन की चढ़ती ढलती, धुप को किस ने बांधा रंग पे किस ने पहरे डाले, रूप को किस ने बांधा काहे ये जतन करे, मन रे ... उतना ही उपकार समझ, कोई जितना साथ निभाये जन्म-मरण का मेल हैं सपना, ये सपना बिसरा दे कोई ना संग मरे, मन रे ... गीतकार: साहिर लुधियानवी संगीतकार: रोशन गायक: मोहम्मद रफी चित्रपट: चित्रलेखा
शनिवार, १५ फेब्रुवारी, २०१४
जाने कहा गये वो दिन...
जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किये थे यार ने (२) मुझ को रुला रुला दिया, जाती हुई बहार ने जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अंधेरी रात हैं (२) साया ही अपने साथ था, साया ही अपने साथ हैं जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे तुम को ना भूल पायेंगे तुम को ना भूल पायेंगे गीतकार: हसरत जयपूरी संगीतकार: शंकर-जयकिशन गायक: मुकेश चित्रपट: मेरा नाम जोकर
शुक्रवार, १४ फेब्रुवारी, २०१४
इतना ना मुझसे तू प्यार बढा....
इतना ना मुझ से तू प्यार बढा के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूं के मैं खुद बेघर बेचारा - (२)
अरमान था गुलशन पर बरसूं, एक शोख के दामन पर बरसूं (२)
अफ़सोस जली मिट्टी पे मुझे, तकदीर ने मेरी दे मारा
इतना ना मुझ से तू प्यार बढा के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूं के मैं खुद बेघर बेचारा
मदहोश हमेशा रहता हूं, खामोश हूं कब कुछ कहता हूं (२)
कोई क्या जाने मेरे सीने में, है बिजली का भी अंगारा
इतना ना मुझ से तू प्यार बढा के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूं के मैं खुद बेघर बेचारा - (२)
गीतकार: राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार: सलिल चौधरी
गायक: तलत महमूद
चित्रपट: छाया
गाये जा गीत मिलन के...
गाये जा गीत मिलनके, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है - (२)
काहे छलके नैनो की गगरी, काहे बरसे जल
तुम बिन सुनी साजन की नगरी, परदेसिया घर चल
प्यासे है दीप नयन के. तेरे दर्शन के सजन घर जाना है
गाये जा गीत मिलनके, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
गाये जा गीत मिलनके, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है - (२)
लूट ना जाये जीवन का डेरा, मुझको है ये गम
हम अकेले, ये जग लुटेरा, बिछडे ना मिलके हम
बिगडे नसीब ना बन के, ये दिन जीवन के सजन घर जाना है
गाये जा गीत मिलनके, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
गाये जा गीत मिलनके, तू अपने लगन के
सजन घर जाना है - (२)
डोले नैना पीतम के द्वारे मिलने की ये धूम
बालम तेरा तुझको पुकारे याद आने वाले सून
साथी मिलेंगे बचपन के, खिलेंगे फूल मन के, सजन घर जाना है
गाये जा गीत मिलन के तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मुकेश
चित्रपट: मेला
बुधवार, १२ फेब्रुवारी, २०१४
करू क्या आस निरास भयी...
करू क्या आस निरास भयी - (४) दिया बुझे फिर से जल जाये रात अंधेरी जाये दिन आये - (२) मिटती आस है ज्योत अखियन की - २ समझो गयी तो गयी करू क्या आस निरास भयी - (३) जब ना किसी ने राह सुझायी दिल से इक आवाज ये आयी - (२) हिम्मत बान्ध संभल बढ आगे रोक नही है कोयी - (२) कहो ना आस निरास भयी - (२) करना होगा खून का पानी देना होगी हर कुर्बानी हिम्मत है इतनी तो समझ ले - (२) आस बन्धेगी नयी - (२) कहो ना आस निरास भयी - (२) गीतकार: आरझू लखनवी संगीतकार: पंकज मलिक गायक: कुंदनलाल सहगल चित्रपट: दुश्मन
सोमवार, ३ फेब्रुवारी, २०१४
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना...
निगाहें भी मिला करती है दिल की, दिल से मिलता हैं
मगर एक चाहनेवाला, बडी मुश्किल से मिलता हैं
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
साथ हमारा छुटे ना, छुटे ना
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
तेरी तमन्ना करता हूँ मैं
दिल का खजाना भरता हूँ मैं
राह अकेली , राह अकेली
डरता हूँ मैं, कोई लुटेरा लूटे ना, दिल टूटे ना
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
साथ हमारा छुटे ना, छुटे ना
गम हैं कही तू साथ ना छोडे
दिल ना दुखायें मुह को ना मोडे
आस दिला कर आस ना तोडे
बन के नसीबा फुटे ना, दिल टूटे ना
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
साथ हमारा छुटे ना, छुटे ना
दिल को तेरे बेहला सकता हूँ
चॉंद सितारें ला सकता हूँ
रो सकता हूँ, गा सकता हूँ
मुझसे अगर तू रूठे ना, दिल टूटे ना
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
साथ हमारा छुटे ना, छुटे ना
टूटे ना दिल टूटे ना, टूटे ना
गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मुकेश
चित्रपट : अंदाज
हम आज कही दिल खो बैठे...
हम आज कही दिल खो बैठे, हम आज कही(२)
यूं समझो किसी के हो बैठे (२)
हम आज कही
हरदम जो कोई पास आने लगा, हरदम जो कोई
भेद उल्फत के समझाने लगा, भेद उल्फत के
नजरो से नजर का टकराना (२)
था दिल के लिये एक अफसाना(२)
हम हाथो से दिल को खो बैठे
यूं समझो किसी के हो बैठे
हम आज कही
ऑंखो मे समाया कोई मगर
कौन आया किसी को क्या ये खबर- (२)
पुछो तो यही है उसका पता (२)
चंचल नैना और शोख अदा (२)
हम दिल की नैया डूबो बैठे
यूं समझो किसी के हो बैठे
हम आज कही दिल खो बैठे, हम आज कही
गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: नौशाद
गायक : मुकेश
चित्रपट: अंदाज
रविवार, २ फेब्रुवारी, २०१४
जीवन से भरी तेरी ऑंखें...
जीवनसे भरी, तेरी आँखें मजबूर करे, जीने के लिए सागर भी तरसते, रहते हैं तेरे रूप का रस, पीने के लिए तसवीर बनाए, क्या कोई क्या कोई लिखे, तुझ पे कविता रंगों छंदों में समायेगी किस तरह से, इतनी, सुन्दरता एक धड़कन हैं,तू दिल के लिए एक जान हैं, तू जीने के लिए मधुबन की, सुगंध हैं, साँसों में बाहों में कमल की कोमलता किरनों का, तेज हैं, चेहरे पे हिरनों की हैं, तुझ में, चंचलता आँचल का तेरे, हैं ताऽऽर बहुत कोई शाख जिगर, सीने के लिए गीतकार: इंदीवर संगीतकार: कल्याणजी आनंदजी गायक: किशोर कुमार चित्रपट: सफर
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