गुरुवार, ५ सप्टेंबर, २०१३

दिल लूटनेवाले जादूगर...





दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है

ये चांद सितारें देख ना ले
मेरे प्यार के नाजूक बन्धन को
आंखों में छुपा कर रख लुंगा
इस फूल से कोमल तन मन को
धीरे से, धीरे से कहो ये बात पिया
जग अपना नही बेगाना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है

अरमान था तुझको देखू मैं
सावन की नशीली रातों में
खो जाये पिया हम  तुम दोनो
इन प्यार की मीठी बातों में
तू सामने, तू सामने है तो सबकुछ है
वरना ये तो  मन  विराना है
दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है

मैं प्यार की माला गुंढुंगी
आशाओं की कलियां चून चून के
रुठे ना कहीं मुझसे दूनिया
ये बात तुम्हारी सून सून के
अरमान भरे, अरमान भरे दिलवालों ने
दूनिया का कहा कब माना है
नजरें तो ऊठा के देख जरा
तेरे सामने ये दिवाना है
दिल लूटनेवाले जादूगर
अब मैंने तुझे पेहचाना है

गीतकार: फारूक कैसर
संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी
गायक-गायिका: मुकेश, लता मंगेशकर
चित्रपट मदारी


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