सोमवार, ३० डिसेंबर, २०१३

कोई सागर दिल को बहलाता नही...





कोई सागर दिल को बहलाता नही
बेख़ुदी में भी करार आता नही

मैं कोई पत्थर नहीं इन्सान हूँ
कैसे कह दू गम से घबराता नही

कल तो सब थे, कारवाँ के साथ साथ
आज कोई राह दिखलाता नही

जिंदगी के आईने को तोड़ दो
इस में अब कुछ भी नज़र आता नही

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: नौशाद
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: दिल दिया दर्द लिया

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