गुरुवार, १३ जून, २०१३

खोया खोया चॉंद





ओ हो हो  खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

मस्ती भरी हवा जो चली - २
खिल खिल गयी ये दिल की कली
मन की गली में है खलबली
के उनको तो बुलाओ
ओ हो हो  खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

तारे चले, नजारे चले - २
संग संग मेरे वो सारे चले
चारों तरफ इशारे चले
किसी के तो हो जाओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ

ऐसी ही रात, भीगी सी रात - २
हातों मे हात होते वो साथ
कह लेते उनसे  दिल की ये बात
अब तो ना सताओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद

हम मिट चले है जिनके लिये - २
बिन कुछ कहे वो चूप चूप रहे
कोई जरा ये उनसे कहे
ना ऐसे आजमाओ
ओ हो हो खोया खोया चॉंद खुला आसमान
ऑंखों में सारी रात जायेगी
तुमको भी कैसे नींद आयेगी
ओ ओ खोया खोया चॉंद - ६

गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: एस. डी. बर्मन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट: काला बझार

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