मंगळवार, १२ जून, २०१२

चॉंदसी मेहबूबा हो....





चॉंदसी मेहबूबा हो मेरी कब ऐसा मैने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था
चॉंदसी मेहबूबा हो मेरी कब ऐसा मैने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था

ना कस्मे हैं ना रस्मे हैं ना शिकवे हैं ना वादे हैं
ना कस्मे हैं ना रस्मे हैं ना शिकवे हैं ना वादे हैं
एक सूरत भोलीभाली है दो नैना सीधेसादे हैं
दो नैना सीधेसादे हैं
ऐसाही रूप खयालोंमें था ऐसा मैने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था

मेरी खुशियांही ना बॉंटे  मेरे गमभी सेहना चाहे
मेरी खुशियांही ना बॉंटे  मेरे गमभी सेहना चाहे
देखे ना ख्वाब वो महलोंके मेरे दिलमें रेहना चाहे
मेरे दिलमें रेहना चाहे
इस दुनियामें कौन था ऐसा जैसा मैंने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था
चॉंदसी मेहबूबा हो मेरी कब ऐसा मैने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था
हॉं तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैने सोचा था

गीतकार: आनंद बक्षी
संगीतकार: कल्याणजी आनंदजी
गायक: मुकेश
चित्रपट हिमालयकी गोदमें

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