गुरुवार, ७ जून, २०१२

ज़िंदगी देनेवाले सून....


ज़िंदगी देनेवाले सून
तेरी दुनियासे दिल भर गया
मैं यहॉं जीते जी मर गया

रात कटती नहीं दिन गुजरता नहीं
ज़ख्म ऐसा दिया है के भरता नहीं
ऑंख विरान है, दिल परेशान है
ग़मका सामान है
जैसे जादू कोई कर गया
ज़िंदगी देनेवाले सून...

बेखता तूने मुझसे खुशी छीन ली
ज़िंदा रखा मगर ज़िंदगी छीन ली
कर दिया दिलका ख़ून चूप कहॉं तक रहूँ
साफ क्यूँ ना कहूँ
तू खुशीसे मेरी डर गया
ज़िंदगी देनेवाले सून...

गीतकार: शकील बदायुनी
संगीतकार: गुलाम मोहम्मद
गायक: तलत मेहमूद
चित्रपट: दिल-ए-नादान



कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत: