मंगळवार, १६ जुलै, २०१३

तेरे मेरे मिलन की ये रैना...



तेरे मेरे मिलन की ये रैना
नया कोई गुल खिलायेगी
तभी तो चंचल है तेरे नैना
देखो ना..देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना       

नन्हा सा गुल खिलेगा अंगना
सुनी बैयां  सजेगी सजना
जैसे खेले चंदा बादल में
खेलेगा वो तेरे आंचल मे
चंदनियां गुनगुनायेगी
तभी तो चंचल है तेरे नैना
देखो ना..देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना

तुझे थामे कई हातो से
मिलुंगा मदभरी रातो से
जगाके अनसुनी सी धडकन
बलमवा भर दुंगी तोरा मन
नई अदा से सतायेगी
तभी तो चंचल है तेरे नैना
देखो ना..देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना
नया कोई गुल खिलायेगी
तभी तो चंचल है तेरे नैना
देखो ना..देखो ना
तेरे मेरे मिलन की ये रैना       

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: सचिन देव बर्मन
गायक-गायिका: किशोर कुमार,लता मंगेशकर
चित्रपट: अभिमान

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