शुक्रवार, १२ जुलै, २०१३

बैयाँ ना धरो...




बैयाँ ना धरो ओ बलमा
ना करो मोसे रार
बैयाँ ना धरो ओ बलमा

ढलेगी चुनरिया तन से
हँसेंगी रे चूड़ियाँ छन से
मचेगी झनकार
बैयाँ ना धरो..

मोहे छोड़ो हाये सजना
जिया सीस उठाये सजना
रहा मोहे निहार
बैयाँ ना धरो..

मैं तो आप बहकी
चलूँ जैसे महकी
चमेलिया की डार
बैयाँ ना धरो..

गीतकार: मजरूह सुलतानपूरी
संगीतकार: मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: दस्तक

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