बुधवार, १७ जुलै, २०१३

तेरे सूर और मेरे गीत...


तेरे सूर और मेरे गीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत 

धड़कन में तू हैं समाया हुआ, ख़यालों में तू ही तू छाया हुआ
दुनिया के मेले में लाखों मिले, मगर तू ही तू दिल को भाया हुआ
मैं तेरी जोगन तू मेरा मीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत

मुझ को अगर भूल जाओगे तुम, मुझ से अगर दूर जाओगे तुम
मेरी मोहब्बत में तासीर हैं, तो खींचके मेरे पास आओगे तुम
देखो हमारी होगी जीत, दोनो मिलकर बनेगी प्रीत 

गीतकार: भरत व्यास
संगीतकार: वसंत देसाई
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: गुंज उठी शहनाई

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