शनिवार, २० जुलै, २०१३

आप की नज़रों ने समझा...


आप की नज़रों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गयी मंझील मुझे

जी हमे मंजूर है, आप का ये फैसला
कह रही हैं हर नजर, बन्दा परवर शुक्रिया
हँस के अपनी जिन्दगी में, कर लिया शामिल मुझे

आप की मंझील हूँ मैं, मेरी मंझील आप है
क्यों मैं तूफ़ां से डरू, मेरा साहिल आप है
कोई तूफानोंसे कह दे, मिल गया साहिल मुझे

पड गयी दिल पर मेरे, आप की परछाईयाँ
हर तरफ बजने लगी, सेकड़ों शहनाईयां
दो जहां की आज खुशियाँ, हो गयी हासिल मुझे


गीतकार: राजा मेहदी अली खान
संगीतकार: मदन मोहन
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: अनपढ

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