शुक्रवार, २० एप्रिल, २०१२

मेरे नैना सावन भादो...





मेरे नैना सावन भादो,
फिर भी मेरा मन प्यासा
फिर भी मेरा मन प्यासा

ऐ दिल दीवाने, खेल है क्या जाने
दर्द भरा ये, गीत कहांसे
इन होटोंपे आयेऽऽऽ, दूर कहीं ले जाये
भूल गया क्या, भूलके भी है
मुझको याद जरासा, फिर भी मेरा मन प्यासा

बात पुरानी है, एक कहानी है
अब सोचूं तुम्हें, याद नही है
अब सोचूं नहीं भूलेऽऽऽ, वो सावन के झूले
रूत आये रूत जाये देके
झुठा एक दिलासा, फिर भी मेरा मन प्यासा

बरसों बीत गये, हमको मिले बिछ्डे
बिजुरी बनके, गगनपे चमकी
बीते समयकी रेखाऽऽऽ, मैंने तुमको देखा
मन संग आंख-मिचौली खेले
आशा और निराशा, फिर भी मेरा मन प्यासा

गीतकार: आनंद बक्षी
संगीतकार: राहुलदेव बर्मन
गायक: किशोर कुमार
चित्रपट:  मेहबूबा

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