जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे मेरे कदम जहाँ पड़े, सजदे किये थे यार ने (२) मुझ को रुला रुला दिया, जाती हुई बहार ने जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अंधेरी रात हैं (२) साया ही अपने साथ था, साया ही अपने साथ हैं जाने कहा गये वो दिन, कहते थे तेरी राह में नज़रों को हम बिछायेंगे चाहे कही भी तुम रहो, चाहेंगे तुम को उम्रभर तुम को ना भूल पायेंगे तुम को ना भूल पायेंगे तुम को ना भूल पायेंगे गीतकार: हसरत जयपूरी संगीतकार: शंकर-जयकिशन गायक: मुकेश चित्रपट: मेरा नाम जोकर
माझी,गाण्याची,स्वत:ची अशी वेगळी शैली आहे...आपल्याला आवडली तर आनंदच आहे...नाही आवडली तरी खंत नाही.
शनिवार, १५ फेब्रुवारी, २०१४
जाने कहा गये वो दिन...
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