जो वादा किया वो निभाना पडेगा रोके ज़माना चाहे, रोके खुदाई, तुम को आना पडेगा तरसती निगाहों ने आवाज दी है मोहब्बत की राहों ने आवाज दी है जान-ए-हया, जान-ए-अदा छोडो तरसाना तुम को आना पडेगा ये माना हमे जा से जाना पडेगा पर ये समझ लो तुम ने जब भी पुकारा, हम को आना पडेगा हम अपनी वफ़ा पे ना इल्जाम लेंगे तुम्हे दिल दिया है, तुम्हे जान भी देंगे जब इश्क का सौदा किया, फिर क्या घबराना, हम को आना पडेगा चमकते हैं जब तक ये चाँद और तारे ना टूटेंगे अब ये दो पयमान हमारे एक दूसरा जब दे सदा, हो के दीवाना हम को आना पडेगा गीतकार: साहिर लुधियानवी संगीतकार: रोशन गायक-गायिका: मोहम्मद रफी,लता मंगेशकर चित्रपट: ताजमहल
माझी,गाण्याची,स्वत:ची अशी वेगळी शैली आहे...आपल्याला आवडली तर आनंदच आहे...नाही आवडली तरी खंत नाही.
सोमवार, १५ जुलै, २०१३
जो वादा किया वो निभाना पडेगा...
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