मंगळवार, २२ मे, २०१२

बदनपे सितारे लपेटे हुये...



बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये


हमीं जब ना होंगे तो ऐ दिलरुबा
किसे देखकर हाये शरमाओगी
ना देखोगी फिर तुम कभी आईना
हमारे बिना रोज घबराओगी
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये

है बनने संवरनेका जबही मजा
कोई देखनेवाला आशिक तो हो
नही तो ये जलवे है बुझते दिये
कोई मिटनेवाला एक आशिक तो हो
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये

मोहब्बतकी ये इन्तहा हो गयी
की मस्तीमें तुमको खुदा कह गया
जमाना ये इन्साफ करता रहा
बुरा कह गया या भला कह गया
बदनपे सितारे लपेटे हुये
ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो
जरा पास आओ तो चैन आ जाये
जरा पास आओ तो चैन आ जाये


गीतकार: हसरत जयपुरी
संगीतकार: शंकर जयकिशन
गायक: मोहम्मद रफी
चित्रपट : प्रिन्स

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