एहसान तेरा होगा मुझपर दिल चाहता है वो कहने दो मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छॉंव में रेहने दो तुम ने मुझको हसना सिखाया रोने कहोगे रो लेंगे अब ऑंसू का हमारे गम ना करो वो बेहते है तो बेहने दो मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छॉंवमें रेहने दो चाहे बना दो चाहे मिटा दो मर भी गये तो देंगे दुवायें उड उड के कहेगी खाक सनम ये दर्द-ए-मोहब्बत सेहने दो मुझे तुम से मुहब्बत हो गयी है मुझे पलको की छॉंव में रेहने दो गीतकार:हसरत जयपुरी संगीतकार:शंकर जयकिशन गायक-गायिका: मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर चित्रपट: जंगली
माझी,गाण्याची,स्वत:ची अशी वेगळी शैली आहे...आपल्याला आवडली तर आनंदच आहे...नाही आवडली तरी खंत नाही.
शनिवार, १९ मे, २०१२
एहसान तेरा होगा मुझ पर..
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