स्त्रीच्या आवाजात गाण्याचा हा एक वेगळा प्रयोग आहे...खालील विजेटवर ऐका.
मन डोले मेरा, तन डोले
मेरे दिल का गया करार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां
मधुर मधुर सपनों में देखी मैने राह नवेली
तोड़ चली मैं लाज का पहरा, जाने कहॉं अकेली
चली मैं, जाने कहॉं अकेली
रस घोले, धून यूँ बोले, जैसे ठंडी पडे फुहार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां
कदम कदम पर रंग सुनहरा, ये किस ने बिखराया
नागन का मन बस करने, ये कौन सपेरा आया
न जाने कौन सपेरा आया
पग डोले, दिल यूँ बोले, तेरा हो के रहा शिकार रे
ये कौन बजाये बासुरीयां
गीतकार: शैलेंद्र
संगीतकार: हेमंतकुमार
गायिका: लता मंगेशकर
चित्रपट: नागिन
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